बंगाल में भीख नहीं देने पर फौजी की बुजुर्ग पत्नी को गला रेतकर मार डाला, पुलिस ने किया मामले का खुलासा
आरोपी को लेनिननगर स्थित उसके घर से गिरफ्तार किया गया. आरोपी मृतका का पूर्व परिचित है. पता चला है कि छह साल पहले छिनताई कर भागने की कोशिश में ट्रेन की चपेट में आकर अंजन का एक पैर कट गया था.
कोलकाता: पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना स्थित नोआपाड़ा थानांतर्गत इच्छापुर में बुजुर्ग महिला शिक्ता चट्टोपाध्याय (75) की हत्या की गुत्थी दो दिन में ही पुलिस ने सुलझा ली है. आरोपी भिखारी को गिरफ्तार कर लिया गया है. पूछताछ में उसने कबूल किया है कि 15 हजार रुपये के लिए उसने वृद्धा की हत्या कर दी है.
गारुलिया का रहने वाला है आरोपी अंजन चौधरी
आरोपी का नाम अंजन चौधरी बताया गया है. वह गारुलिया के लेनिननगर का निवासी है. मंगलवार रात आरोपी को लेनिननगर स्थित उसके घर से गिरफ्तार किया गया. आरोपी मृतका का पूर्व परिचित है. पता चला है कि छह साल पहले छिनताई कर भागने की कोशिश में ट्रेन की चपेट में आकर अंजन का एक पैर कट गया था.
बैसाखी के सहारे भीख मांगता है आरोपी
इसके बाद बैसाखी के सहारे चलकर और भीख मांगकर अपना जीवन चला रहा था. एक दिन शिक्ता चट्टोपाध्याय से उसकी मुलाकात हुई. शिक्ता ने नकली पैर लगवाने के लिए आर्थिक मदद का आश्वासन दिया. नकली पैर खरीदने के लिए 15 हजार रुपये देने की बात कही थी. पैसे लेने वह कई बार वृद्धा से मिलने उसके घर गया. महिला उसे आर्थिक मदद करती रहती थी.
महिला की गला रेतकर की हत्या
रविवार को 15 हजार रुपये लेने के लिए वह वृद्धा के घर गया. महिला ने उसे चाय पिलायी, लेकिन रुपये देने में असमर्थता जतायी. इसके बाद आरोपी उससे उलझ गया. रुपये नहीं देने की बात सुनकर ही भिखारी ने वृद्धा की साड़ी के आंचल से ही उसका गला दबाकर मारने की कोशिश की. इससे पहले कि महिला की चीख किसी को सुनाई दे, उसने चाकू से उसका गला रेत दिया. इसके बाद फरार हो गया.
पड़ोसियों ने पुलिस को दी सूचना
रविवार की रात इच्छापुर के नतूनपाड़ा कामाख्या मंदिर क्षेत्र निवासी शिक्ता चट्टोपाध्याय के घर का दरवाजा खुला देखा गया. पड़ोस के लोगों ने घर का कॉलिंग बेल बजाया, लेकिन कोई जवाब नहीं आया. इसके बाद उनके मोबाइल फोन पर कॉल किया. उसका भी जवाब नहीं मिला, तो पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी गयी.
खून से लथपथ मिली शिक्ता चट्टोपाध्याय
मौके पर पहुंची पुलिस ने घर के अंदर जाकर देखा, तो वृद्धा को खून से लथपथ पाया. उसके गले की नस कटी हुई थी. दूसरे दिन ही जांच के लिए डॉग स्क्वाड की टीम भी पहुंची थी. नोआपाड़ा थाने की पुलिस ने सभी पहलुओं की जांच करते हुए अंत में लेलिननगर से अंजन को धर दबोचा.
घर में अकेली रहती थी बुजुर्ग महिला
बताया जाता है कि वृद्धा के पति ज्योतिर्मय चटर्जी सेना में थे. रिटायर होने के बाद वह इच्छापुर मेटल एंड स्टील फैक्टरी में कार्यरत थे. पति की कुछ साल पहले ही मौत हो गयी थी. इसके बाद से वृद्धा घर में अकेली रहती थी. उनकी बेटी पुणे में रहती हैं.
कोर्ट ने आरोपी को पुलिस हिरासत में भेजा
पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार आरोपी को कोर्ट में पेश किया गया, जहां अदालत ने उसे पांच दिनों की पुलिस हिरासत में भेजने का निर्देश दिया है. प्राथमिक जांच में पुलिस का मानना है कि पैसे नहीं मिलने के कारण ही गुस्साकर उसने वृद्धा की हत्या कर दी. वह पैर कटने से पहले भी कुछ असामाजिक तत्वों की संगत में आपराधिक घटनाओं में लिप्त था. अक्सर नशा करता था. पुलिस का अनुमान है कि पूछताछ में और भी कई तथ्य सामने आ सकते हैं.
Posted By: Mithilesh Jha