नंदीग्राम: राज्य में एक ऑडियो क्लिप जारी होने और उसको लेकर विवाद उत्पन्न होने के दो दिन बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने वास्तव में प्रलय पाल को फोन किया था क्योंकि उन्हें जानकारी मिली थी कि वह उनसे बात करना चाहते हैं. बताया जाता है कि इस आडियो क्लिप में कथित रूप से मुख्यमंत्री नंदीग्राम से एक भाजपा नेता को उन्हें इस सीट से जीतने में मदद करने के लिए मनाती सुनी गयी थीं.
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विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए प्रचार समाप्त होने से कुछ समय पहले नंदीग्राम के टेंगुआ में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए बनर्जी ने कहा कि एक उम्मीदवार के रूप में उन्हें एक मतदाता से संपर्क करने का पूरा अधिकार है. तृणमूल कांग्रेस प्रमुख बनर्जी ने कहा, ‘हां मैंने नंदीग्राम में इस भाजपा नेता को फोन किया था.
मुझे यह जानकारी मिली थी कि कोई मुझसे बात करना चाहता है. इसलिए मैंने उनका नंबर मिलने के बाद उनसे बात की थी. मैंने उनसे कहा कि वह अपना ध्यान रखें, अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें. मेरा क्या अपराध है?” बनर्जी ने कहा, ‘‘निर्वाचन क्षेत्र के उम्मीदवार के रूप में मैं किसी भी मतदाता की मदद मांग सकती हूं, मैं किसी को भी फोन कर सकती हूं. इसमें कोई बुराई नहीं है, यह कोई अपराध नहीं है.’ ममता ने कहा, ‘अगर कोई बातचीत को वायरल करता है तो यह एक अपराध है.
सीएम ने कहा बातचीत वायरल करने वाले पर कार्रवाई की जानी चाहिए, न कि मेरे खिलाफ.’ उन्होंने कहा कि भविष्य में भी इसी तरह से लोगों को फोन करती रहेंगी. उन्होंने याद किया कि अतीत में वह पार्टी आधार पर भेदभाव किये बिना लोगों और यहां तक कि विपक्षी विधायकों से भी संपर्क कर चुकी हैं जिन्होंने उनकी मदद मांगी थी. उन्होंने कहा कि कभी-कभी वह उन्हें वापस कॉल करके सम्पर्क करती थीं ताकि क्या कार्रवाई हुई यह पता कर सकें और उन्होंने इसकी परवाह नहीं की कि वह वायरल हो जायेगा.
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Posted By- Aditi Singh