Loading election data...

देश के सबसे प्रदूषित शहरों में पहले नंबर पर बेगूसराय तो दूसरे पर पूर्णिया रहा, 400 के पार पहुंचा AQI

जेनरल फिजिशयन डॉ विनय कुमार बताते हैं कि बढ़ता प्रदूषण मनुष्य के स्वास्थ्य पर असर करना शुरू कर दिया है. अस्पताल में बीमारों की संख्या बढ़ने लगी है. खासकर बूढ़े-बुजुर्गों को सांस लेने में परेशानी हो रही है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 8, 2022 2:27 AM

बेगूसराय. बुधवार को बेगूसराय जिले में प्रदूषण का पैमाना 402 एक्यूआइ (एयर क्वालिटी इंडेक्स) रहा, जो देश के सबसे प्रदूषित शहरों में एक नंबर पर रहा. वहीं दूसरे नंबर पर पूर्णिया शहर का एक्यूआइ 400 रहा. लगातार प्रदूषण के बढ़ते मामले आमलोगों व जिला प्रशासन के लिए एक चुनौती है. हालांकि जिला प्रशासन के निर्देश पर नगर निगम के टैंकरों से शहर के विभिन्न सड़कों पर पानी डालने का काम किया जा रहा है. प्रदूषण विभाग के एक्सपर्ट की माने तो ठंड के मौसम में हवा का संचरण धरती से 10 मीटर वायुमंडल में ही विचरण करता रहता है. हवा पूरी तरह ऊपर नहीं जा पाता है. इस वजह से लगातार वायु प्रदूषण के आंकड़ों में बढ़ोतरी हो रही है.

बढ़ता ट्रांसपोर्ट सिस्टम व कंस्ट्रक्शन प्रदूषण के मुख्य कारण

लगातार बढ़ता ट्रांसपोर्ट सिस्टम एवं कंस्ट्रक्शन का काम वायु प्रदूषण का मुख्य कारण माना जा रहा है. सड़कों पर पंद्रह से बीस वर्ष पुरानी गाड़ी भी चल रही है जो प्रदूषण मानकों के अनुरूप नहीं है. जिला पदाधिकारी ने परिवहन विभाग को निर्देश दिया है कि ऐसे गाड़ियों को सीज करें. इसके अलावा शहर में मकान अंधाधुन्द बन रहे हैं. इसमें में मानकों के अनुसार मिट्टी, बालू का उपयोग नहीं किया जाना प्रदूषण का मुख्य कारण है. इसके अलावा चिमिनी से निकलने वाली धुंआ, खेतो में जलने वाली पराल, कल-कारखानों से निकलने वाली धुंआ भी बढ़ते प्रदूषण का मुख्य कारण है.

बढ़ता प्रदूषण मानव जीवन के स्वास्थ्य पर डाल रहा असर

जिले में बढ़ता प्रदूषण मानव जीवन के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर डाल रहा है. बढ़ते प्रदूषण से फेफड़े की बीमारी, सांस लेने में परेशानी, मस्तिष्क की बीमारी आदि का खतरा रहता है. जेनरल फिजिशयन डॉ विनय कुमार बताते हैं कि बढ़ता प्रदूषण मनुष्य के स्वास्थ्य पर असर करना शुरू कर दिया है. अस्पताल में बीमारों की संख्या बढ़ने लगी है. खासकर बूढ़े-बुजुर्गों को सांस लेने में परेशानी हो रही है.

Also Read: सिवान में पुआल जलाने व धूलकण के चलते जहरीली हुई हवा, AQI पहुंचा 300 के पार

एक्यूआइ 301-400 बेहद खराब

प्रदूषण विभाग के अधिकारियों के अनुसार वायु प्रदूषण एक गंभीर समस्या है. एक्यूआइ 0-51 शुद्ध वायु, 51-100 शुद्धता संतोषजनक, 101-200 मध्यम, 201-300 खराब, 301-400 बेहद खराब एवं 401-500 गंभीर श्रेणी में आता है.

Next Article

Exit mobile version