Begusarai firing : बेगूसराय गोलीकांड के अपराधियों की सूचना देने वालों को मिलेगा 50 हजार का इनाम
बेगूसराय में गोलीबारी की घटना में शामिल अपराधियों की सूचना किसी भी व्यक्ति के द्वारा डीआईजी के सरकारी मोबाइल या बेगूसराय एसपी योगेन्द्र कुमार के सरकारी मोबाइल पर वाट्सअप, मैसेज या फोन कर दिया जा सकता है.
बेगूसराय के आधा दर्जन से अधिक थाना क्षेत्रों में सीरियल फायरिंग कर 12 निर्दोष लोगों को गोली मारकर जख्मी करने वाले अपराधियों की पहचान बताने या सूचना देने वाले लोगों को प्रशासन की ओर से 50 हजार रुपये का नगद इनाम दिया जायेगा. आरोपितों की पहचान बताने या उसके बारे में सूचना देने वाले लोगों की पहचान गुप्त रखी जायेगी.
अपराधियों की सूचना देने के लिए जारी किया गया नंबर
बेगूसराय प्रक्षेत्र के डीआइजी सत्यवीर सिंह ने बुधवार को प्रेस नोटिस रिलीज कर उक्त घोषणा किया है. बेगूसराय प्रक्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक सत्य वीर सिंह ने कहा कि बेगूसराय में गोलीबारी की घटना में शामिल अपराधियों की सूचना किसी भी व्यक्ति के द्वारा डीआईजी की सरकारी मोबाइल 9431822953 या बेगूसराय के एसपी योगेन्द्र कुमार की सरकारी मोबाइल 9431800011 पर वाट्सअप, मैसेज या फोन कर दिया जा सकता है.
अपराधियों की फोटो को भी शेयर
डीआईजी सत्य वीर सिंह ने सीसीटीवी फुटेज से निकाली गयी अपराधियों की फोटो को भी शेयर किया है. प्रशासन द्वारा जारी फोटो में बाइक पर बैठा नारंगी शर्ट पहने और बाइक के पीछे बैठा सफेद टी-शर्ट वाले अपराधियों की पहचान करने की आम लोगों से अपील की गयी है. गौरतलब है कि बाइक सवार दो अपराधियों ने मंगलवार को दिन-दहाड़े बछवाड़ा, तेघड़ा, फुलवड़िया व बरौनी की चकिया ओपी थाना क्षेत्रों की एनएच 28 और 31 पर गोलीबारी कर कुल 12 लोगों को जख्मी कर सनसनी फैला दिया था. गोलीबारी की घटना से पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया है.
सात पुलिस वाले सस्पेंड
गोलीबारी मामले में गश्ती दल में प्रतिनियुक्त सात पुलिस पदाधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. एसपी योगेन्द्र कुमार ने बताया कि मामले को लेकर कंट्रोल रूम बेगूसराय में जीपीएस से सभी थाना एवं ओपी गश्ती गाड़ी का लोकेशन जांच किया गया है. जिसमें पाया गया कि बछवाड़ा थाना, तेघड़ा थाना, फुलवड़िया थाना, बरौनी थाना, जीरोमाइल ओपी, एफसीआई ओपी एवं चकिया ओपी के गश्ती पार्टी के द्वारा सुचारू ढंग से गश्ती नहीं की गयी है. जिससे उक्त अपराधियों के द्वारा की गयी वारदात के बाद भी अपराधी नहीं पकड़े गये. सुचारू ढंग से गश्ती की गयी होती तो उक्त अपराधी पकड़े जा सकते थे.