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बेगूसराय : दियारे के साथ नगर निगम क्षेत्र में फैला बाढ़ का पानी, हजारों एकड़ में लगी फसल डूबी

गंगा का जल स्तर बढ़ने से बछवाड़ा, तेघड़ा, बरौनी, मटिहानी, बलिया, साहेबपुर कमाल एवं शाम्हो प्रखंड क्षेत्र के 50 से अधिक गांवों में पानी प्रवेश करने के साथ बेगूसराय नगर निगम क्षेत्र में भी गंगा ने एंट्री मार दी है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 29, 2022 5:32 AM

बेगूसराय. गंगा नदी के लगातार बढ़ रहे जल स्तर से सिर्फ दियारावासी ही नहीं बेगूसराय नगर निगम क्षेत्र में भी सनसनी फैल गयी है. पिछले पांच दिनों से लगातार जल स्तर बढ़ने के कारण गंगा नदी खतरे के निशान को पार कर गयी है, जिससे दियारा इलाके के हजारों एकड़ में लगी फसल डूब गयी है. वहीं, सैकड़ों घर के साथ सिमरिया गंगा घाट पर एक सौ से अधिक दुकानों में भी पानी प्रवेश कर गया है.

गंगा का जल स्तर बढ़ने से बछवाड़ा, तेघड़ा, बरौनी, मटिहानी, बलिया, साहेबपुर कमाल एवं शाम्हो प्रखंड क्षेत्र के 50 से अधिक गांवों में पानी प्रवेश करने के साथ बेगूसराय नगर निगम क्षेत्र में भी गंगा ने एंट्री मार दी है. मौसम विभाग के पूर्वानुमान में बिहार में अगले दो दिनों तक तेज बारिश के साथ-साथ हिमालय के तराई क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश से जल स्तर में और वृद्धि होने की संभावना है.

गंगा नदी के साथ बेगूसराय जिले के बीचो-बीच से गुजरने वाली बूढ़ी गंडक नदी का जल स्तर भी बढ़ रहा है. लेकिन अब तक जिला प्रशासन द्वारा खतरनाक घाटों पर लोगों के स्नान करने से रोकने की कोई समुचित व्यवस्था नहीं की गयी है. स्नान के दौरान डूबने से जिस घाट पर लोगों की लगातार मौत हो रही थी, उसे खतरनाक घोषित कर प्रशासन ने बोर्ड लगाने की औपचारिकता पूरी कर ली, लेकिन स्नान करने से रोकने वाला कोई नहीं है.

बेगूसराय में सबसे अधिक डूबने से मौत बरौनी प्रखंड के सिमरिया तथा मटिहानी प्रखंड के खोरमपुर में होती है, जिसमें सिमरिया में 12 गोताखोर लगातार तैनात हैं, रविवार को भी सिमरिया में प्रशासनिक लापरवाही से सात माह से मजदूरी नहीं मिलने के बाद भी गोताखोरों ने स्नान के दौरान गंगा में डूब रहे मधुबनी जिले के फुलपरास सरहज निवासी विनीत कुमार को किसी तरह से बचा लिया.

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शुक्रवार को क्षेत्र भ्रमण पर गये डीएम ने जल स्तर बढ़ने के कारण खोरमपुर घाट से मटिहानी-शाम्हो के बीच गंगा में नाव के परिचालन पर कड़ाई पूर्वक रोकने का आदेश दिया था, लेकिन नाव भी लगातार चल रही है, जो कभी भी बड़े हादसे का गवाह बन सकती है. फिलहाल गंगा के लगातार बढ़ रहे जल स्तर से दहशत का माहौल बना हुआ है.

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