शादी के अगले दिन पुलिस ने लड़की को नाबालिग बताकर ससुराल से उठाया,पति धरने पर बैठा तो कोर्ट भेजा
शादीशुदा लड़की नजमुन निशा को नाबालिग बताकर तीन दिनों मे थाना में रखने को लेकर मंगलवार को बेगूसराय के बलिया थाना में जमकर हंगामा हो गया. हंगामा बढ़ने पर पुलिस ने आनन फानन में लड़की को कोर्ट में पेश किया.
पटना. शादीशुदा लड़की नजमुन निशा को नाबालिग बताकर तीन दिनों मे थाना में रखने को लेकर मंगलवार को बेगूसराय के बलिया थाना में जमकर हंगामा हो गया. हंगामा बढ़ने पर पुलिस ने आनन फानन में लड़की को कोर्ट में पेश किया.
दरअसल, बलिया थाना से जुड़ा है. 24 जून को बेगूसराय में ही नजमुन निशा ने मो. सोनू अहमद से प्रेम विवाद किया था. विवाह के अगले दिन 25 जून को पुलिस ने लड़की को नाबालिग बताकर 25 जून को थाने ले आई . तीन दिन बाद भी लड़की को कोर्ट में पेश नहीं करने पर मो. सोनू अहमद के परिवार मंगलवार को थाना पहुंच गए. पहले उन लोगों ने लड़की को छोड़ने के लिए कहा. लेकिन पुलिस जब इसके लिए तैयार नहीं हुई तो मो. सोनू अहमद के साथ ही उसका पूरा परिवार थाना में ही धरना पर बैठ गया. इसके बाद पुलिस लड़की को आनन- फानन में कोर्ट में पेश किया.
कोर्ट ने कहा- लड़की को जहां जाना है, जाने दें
पीड़ित लड़की ने सिविल कोर्ट में ACJM-1 राजीव कुमार के सामने कहा कि वह कानूनी तौर पर बालिग़ है. वह अपने पति के साथ रहना चाहती है. कोर्ट सभी कागजात देखने के बाद पुलिस को निर्देश दिया कि उसे छोड़ दे और वो जहां जाना चाहती है उसे जाने दिया जाए. इसके बाद बलिया थाना पुलिस लड़की को अपने गाड़ी से लेकर थाने चली गई और वहां पर कानूनी प्रक्रिया पूरा करने के बाद उसके पति के हवाले कर दिया.
24 जून को मुस्लिम रीति-रिवाज से हुई थी शादी
मामला बलिया नगर परिषद क्षेत्र के ऊपर टोला से जुड़ा है. यहां के निवासी इस्तियाक अहमद के 25 वर्षीय पुत्र मो. सोनू अहमद का प्रेम प्रसंग झारखंड के धनबाद के लोयावाद थाना क्षेत्र के सेंद्रा मदनाडीह के निवासी मो. मुंसफ की 22 वर्षीय नजमुन निशा से चल रहा था. बीते 24 जून को दोनों ने मुस्लिम रीति-रिवाज के मुताबिक बलिया में निकाह कर लिया था. निकाह के वक्त दोनों ही कानूनी तौर पर बालिग थे. दोनों के आधार कार्ड से इसकी पुष्टि होती है.