बेगूसराय के चेरिया बरियारपुर में पति के वेतन निकासी हेतु पत्नी ने जिला पदाधिकारी को एक पत्र लिखा है. जिसमें पति को ईमानदारी से काम करने की सज़ा के रूप में वेतन रोक रखने की बात बतायी गई है. इसके साथ ही उसने पत्र में अविलम्ब वेतन निकासी का आदेश निर्गत करने की मांग की है. उसने यह भी कहा की वेतन नहीं मिलने से परिवार के भूखे मरने तक की हालत हो गई है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी सह कार्यपालक पदाधिकारी चेरिया बरियारपुर हेमनारायण महतो की पत्नी संगीता देवी ने उक्त मामले से डीएम को अवगत कराते हुए वेतन निकासी की आदेश निर्गत करने हेतु फरियाद की है.
पत्र में पत्नी ने अपने पति को खोदाबंदपुर प्रखंड में पदस्थापित होने की बात बताते हुए छौड़ाही एवं चेरिया बरियारपुर में भी प्रभार में रहने की बात कही है. वहीं निकासी एवं व्ययन पदाधिकारी पर ईमानदारी से काम करने के लिए दंडित करने की मंशा से विगत कई महीनों से वेतन रोक रखने की बात बतायी है. जिससे परिवार के समक्ष भुखमरी की स्थिति पैदा हो गयी है.
पत्र में मर्माहत तरीके से बाल बच्चों की पढ़ाई-लिखाई, चिकित्सा व्यवस्था ध्वस्त हो जाने की बात बताते हुए भूखों मरने की नौबत से अवगत कराया है. साथ ही, वेतन अवरूद्ध रहने के बावजूद अपने कार्यशील पति को कर्तव्य के मार्ग पर डटे रहने की बात बताते हुए स्वयं एवं परिवार को जिंदा रहने के लिए अविलम्ब वेतन निकासी का आदेश निर्गत करने की मांग की है.
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विदित हो कि पंचायती राज विभाग के संयुक्त सचिव के द्वारा श्री महतो को स्पष्टीकरण किया गया था. जिसका जवाब भी 29 अप्रैल 2022 को समर्पित कर आरोप मुक्त करने की फरियाद लगायी जा चुकी है.