मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट नल-जल योजना में गड़बड़ी करने के आरोपित मुखिया को गिरफ्तार कर लिया गया है. पश्चिमी चंपारण के बगहा में बेलहवा मदनपुर के निवर्तमान मुखिया योगेंद्र मुसहर के उपर कुछ महीने पहले ही नल जल योजना के कामों में घपलेबाजी को लेकर केस दर्ज किया गया था.
बिहार में पंचायत चुनाव का दौर जारी है. बगहा में चौथे चरण में मतदान होना है. इसी बीच पश्चिम चंपारण में निर्वतमान मुखिया की गिरफ्तारी सुर्खियों में है. दरअसल कुछ महीने पहले ही बेलहवा मदनपुर पंचायत चर्चे में रहा जब यहां मुखिया, पूर्व पंचायत सचिव, पंचायत सचिव पुत्र, वार्ड क्रियान्वयन समिति अध्यक्ष व सचिवों पर एकमुश्त प्राथमिकी दर्ज की गई थी.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जल नल योजना में जब लाखों रुपये के घपलेबाजी की बात सामने आयी थी तो बीडीओ ने इस मामले की जांच की थी और बड़े स्तर पर घोटाले की पुष्टि करके रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेज दिया था. जिसके बाद डीएम ने घोटाले में लिप्त सभी लोगों पर प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दे दिया था. नौरंगिया थाने में बीडीओ के आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज हुई थी.
बताया जाता है कि आरोपित मुखिया ने आरोपित अपने सहयोगियों के साथ मिलकर वर्ष 2017-18 में मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत 6 वार्डों में नल से जल योजना के लिए कुल 72 लाख 49 हजार 700 रुपये अग्रिम के रूप में ले लिये थे.
तत्कालीन पंचायत सचिव ने समिति अध्यक्ष और सचिव को अपने साथ कर लिया और अपने बेटे सामग्री आपूर्तिकर्ता बना दिया. जिसके बाद राशि की निकासी कर ली गयी. लेकिन जब काम शुरू हुआ तो दो साल बाद भी यह धरातल पर नहीं दिखा था. अधिकारियों को जब इस मामले के बारे में पता चला तो कार्रवाई की गयी थी.
Posted By: Thakur Shaktilochan