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क्रिप्टोकरेंसी में निवेश के नाम पर 17 लाख की ठगी करने वाला आरोपी बिहार से गिरफ्तार

जालसाज झांसे में आनेवालों को लिंक भेज कर क्रिप्टोकरेंसी में इंवेस्टमेंट के वीडियो के माध्यम से प्रोसेस दिखाते हैं. फिर झांसे में आने वाले लोग क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर ठगी के शिकार हो जाते हैं.

By Shinki Singh | July 28, 2023 11:28 AM
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कोलकाता, मनोरंजन कुमार सिंह : विधाननगर पुलिस कमिश्नरेट के साइबर क्राइम थाने की पुलिस ने क्रिप्टोकरेंसी में निवेश के नाम पर अधिक लाभ का झांसा देकर 17 लाख रुपये की ठगी करने के मामले में एक जालसाज को बिहार के रोहतास जिले के चंदनपुरा से गिरफ्तार किया है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, आरोपी का नाम श्यामानंद कुमार है. वह बिहार के रोहतास जिले के चंदनपुरा का निवासी है.

साइबर क्राइम थाने में दर्ज की गई थी शिकायत

बताया जाता है कि राजारहाट निवासी राधा घोष ने विधाननगर साइबर क्राइम थाने में शिकायत दर्ज करायी थी कि सोशल मीडिया के जरिये राधा के पास एक सूचना आयी थी, जिसमें बताया गया था कि वह यूट्यूब वीडियो देखकर ही घर बैठकर लाखों रुपये कमा सकती है. इसके लिए बताये गये लिंक पर क्लिक करके उसे काम समझना होगा. लिंक पर क्लिक कर प्रोसेस करने के बाद उसे एक अज्ञात नंबर से एक व्यक्ति ने फोन कर संपर्क भी किया. उसे क्रिप्टोकरेंसी में इंवेस्टमेंट का झांसा दिया. इसके बदले में दोगुना रिटर्न का झांसा दिया गया.

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दोगुना रिटर्न का झांसा देकर ठगी करता था श्यामानंद

इसके बाद पीड़िता अज्ञात व्यक्ति के झांसे में आ गयी. उसके द्वारा भेजे गये एप के लिंक के माध्यम से उसने क्रिप्टोकरेंसी में इंवेस्टमेंट शुरू की और जब रिटर्न की मांग की, तो उसे कहा गया कि मोटी रकम मिलेगी, लेकिन इसके लिए प्रोसेसिंग चार्ज देना होगा. इस तरह से और पैसे लिये गये. इसके बाद जालसाज ने उससे संपर्क तोड़ दिया. पीड़िता का फोन तक उठाना बंद कर दिया. इसके बाद पीड़िता को ठगी का अहसास हुआ और उसने थाने में शिकायत दर्ज करायी.

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पीड़िता का दावा है कि कुल 17.35 लाख जालसाजों ने ठगे

पीड़िता का दावा है कि कुल 17.35 लाख जालसाजों ने ठगे हैं. पुलिस का कहना है कि मोबाइल नंबर ट्रेस करने के साथ ही अन्य तकनीक की मदद से पुलिस ने आरोपी का पता लगाया. फिर एक को गिरफ्तार किया गया. उसके पास से पुलिस ने आधार कार्ड समेत कई दस्तावेज बरामद किये हैं. आरोपी को ट्रांजिट रिमांड पर कोलकाता लाकर कोर्ट में पेश किया गया. उसे सात दिनों की पुलिस हिरासत में लिया गया है. उससे पूछताछ की जा रही है.

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लिंक भेज कर दिखाते हैं प्रेजेंटेशन

जालसाज झांसे में आनेवालों को लिंक भेज कर क्रिप्टोकरेंसी में इंवेस्टमेंट के वीडियो के माध्यम से प्रोसेस दिखाते हैं. फिर झांसे में आने वाले लोग क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर ठगी के शिकार हो जाते हैं. झांसा दिया जाता है कि कैसे घर बैठे मोटी रकम कमा सकते हैं. जालसाज पैसा नहीं डूबने का विश्वास दिलाकर निवेश के लिए लोगों को झांसे में ले लेते हैं.

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फर्जी कॉल सेंटरों में कर्मचारियों की सप्लाई करनेवाला अरेस्ट

विधाननगर पुलिस कमिश्नरेट अंतर्गत साइबर क्राइम थाने की पुलिस ने नौकरी के लिए इंटरव्यू लेकर युवक-युवतियों को फर्जी कॉल सेंटर में भेजने के आरोप में एक युवक को राजारहाट से गिरफ्तार किया गया. उसका नाम सुमिरन विश्वास है. वह राजारहाट का निवासी है. पूछताछ में पता चला कि वह कंपनी खोलकर फर्जी कॉल सेंटरों में नौकरी के लिए लोगों को भेजा करता था. नौकरी देने के लिए वह युवक-युवतियों से रुपये भी लेता था. साथ ही अवैध कॉल सेंटरों से भी पैसे लेता था. गौरतलब है कि गत 13 जून को लेकटाउन में एक फर्जी कॉल सेंटर में छापेमारी कर विधाननगर साइबर क्राइम थाने की पुलिस ने कई युवक-युवतियों को गिरफ्तार किया था. उनसे पूछताछ के बाद पता चला है कि उन फर्जी कॉल सेंटरों में लेकटाउन स्थित एक कंपनी के जरिये युवक-युवतियों को इंटरव्यू लेकर सुमिरन भेजा करता था. पुलिस उससे पूछताछ कर रही है.

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