नम्रता पांडेय : बेहाला पश्चिम दक्षिण 24 परगना का दूसरा हाई प्रोफाइल सीट है.जंहा से तृणमूल की ओर से हैवीवेट नेता पार्थ चटर्जी और भाजपा की ओर से खूबसूरत अदाकारा और अभिनेत्री श्रावन्ती चटर्जी के बीच महासंग्राम होने वाला है. बता दें चार बार बेहाला पश्चिम से विधानसभा का चुनाव जीत चुके पार्थ चटर्जी के लिए पहली बार कोई विरोधी दल का प्रत्याशी भारी पड़ रहा है.
10 अप्रैल को इस विधानसभा सीट के लिए चुनाव होने वाला है. लोगों को यंहा काफी कड़ा मुकाबला देखने को मिलने वाला है. मैदान में सीपीएम के निहार भकत भी हैं. 2016 के विधानसभा तक सीपीएम ही इस क्षेत्र से तृणमूल की सबसे बड़ी विरोधी पार्टी रही हैं.
बता दें कि इस क्षेत्र में मिथुन चक्रवर्ती, शुभेंदु अधिकारी व राजीव बनर्जी की रैलियों को श्रावन्ती के प्रचार के लिए अनुमति नहीं मिल पायी. भाजपा का आरोप है कि श्रावन्ती की टॉलीवुड में प्रसिद्धि को लेकर पार्थ को भय सता रहा है. इसलिए पार्थ अपने मंत्री व इस क्षेत्र पूर्व विधायक होने का लाभ लेकर श्रावन्ती के समर्थन में होने वाली कई रैलियों को स्थगित करा चुके हैं.
वहीं प्रचार के आखिरी दिन यानी गुरुवार को भी जब पर्णश्री की पुलिस ने उनके समर्थन में मिथुन चक्रवती की रैली को अनुमति नहीं दी तब श्रावन्ती ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि वह पर्णश्री और बेहाला की बेटी हैं, पाडा की लड़की हैं. स्थानीय लोग भी देख रहे कि सत्तारूढ़ पार्टी उनके साथ क्या कर रही. शायद उन्हें हार का डर सता रहा है. और यह ठीक भी है. क्योंकि बेहाला पश्चिम से तो वही जीतेंगी. दूसरी ओर, पार्थ चटर्जी अपनी जीत को लेकर पूरी तरह आश्वस्त हैं. उनका कहना है कि बेहाला पश्चिम की जनता आज से नहीं सीपीएम के काल से ही उनके साथ हैं.वह इस बार भी उन्हें ही चुनेगी. उल्लेखनीय है कि गुरुवार को राज्य की मुख्यमंत्री ने पार्थ के लिए बेहाला के लोगों का समर्थन मांगा. पार्थ ममता के करीबी नेताओं में से एक हैं.
कौन हैं भाजपा प्रत्याशी श्रावन्ती– श्रावन्ती टॉलीवुड की बेहद खूबसूरत अभिनेत्री हैं. उन्होंने अपनी अदाओं से टॉलीवुड में एक अलग स्थान बनाया है. वह पहली बार राजनीति में अपनी किस्मत आजमा रही हैं. उन्होंने भाजपा की ओर से बेहाला पश्चिम की प्रत्याशी घोषित किया गया है.
पार्थ चटर्जी को जानिए- डॉ पार्थ चटर्जी प्रतिष्ठित मंत्री और बेहाला पश्चिम से चार बार चुनाव जीतने वाले प्रत्याशी हैं.. पार्थ की शिक्षा के क्षेत्र व राजनीति में दक्षता की लोग मिशाल देते हैं. उन्होंने 2001 से लेकर 2016 तक हुए सभी विधानसभा चुनावों में बेहाला पश्चिम से जीत हासिल की है. 2001 में उन्होंने सीपीएम के विजेता प्रत्याशी निर्मल मुखर्जी को मात देकर जीत हासिल की थी. जिसके बाद से वह जीतते ही आरहे हैं. 2016 में भी उन्होंने सीपीएम के प्रत्याशी कौसत्व चटर्जी को 8896 वोटों से हराया था.
लोकसभा चुनाव में भी तृणमूल को मिली थी बढ़त- बेहाला पश्चिम विधानसभा क्षेत्र कोलकाता दक्षिण के अंतर्गत आता है. यहां पर 2019 की लोकसभा चुनाव में भाजपा का कोई खास प्रदर्शन नहीं रहा. बेहाला पश्चिम क्षेत्र में तृणमूल ने ही ज्यादा वोट बटोरे थे. तृणमूल कॉंग्रेस की माला राय ने भाजपा के चन्द्र कुमार बोस को डेढ़ लाख से ज्यादा वोटों से हराया था.
Posted By : Avinish kumar mishra