कोलकाताः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने वाले बाबुल सुप्रियो और देबश्री चौधरी की नाराजगी और बंगाल चुनाव के बाद भारतीय जनता पार्टी में चल रही अनबन की खबरों के बीच प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष को केंद्रीय नेतृत्व ने दिल्ली तलब किया है. प्रदेश भाजपा के सूत्रों ने शनिवार को यह जानकारी दी.
सूत्रों ने बताया कि बंगाल भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष शनिवार की रात को ही दिल्ली रवाना हो जायेंगे. रविवार को दिल्ली में दिलीप घोष की पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के साथ बैठक होनी है. विधानसभा चुनाव के बाद विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने दिल्ली में भाजपा नेतृत्व के साथ बैठक की थी.
अब केंद्रीय नेतृत्व के बुलावे पर दिलीप घोष दिल्ली जा रहे हैं. वहां जेपी नड्डा सहित पार्टी के अन्य वरिष्ठ केंद्रीय नेताओं के साथ उनकी बैठक हो सकती है. सूत्रों का यह भी कहना है कि केंद्रीय नेतृत्व ने तीन कारणों से दिलीप घोष को दिल्ली बुलाया है.
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चुनाव के बाद से राज्य में भाजपा कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न बढ़ गया है. नतीजतन, कई लोग पार्टी से विश्वास खो चुके हैं और तृणमूल में शामिल हो गये हैं. जेपी नड्डा चर्चा कर सकते हैं कि उन सभी कार्यकर्ताओं को वापस कैसे लाया जाये.
राजनीतिक जानकारों का यह भी कहना है कि सौमित्र खान, बाबुल सुप्रियो, तथागत रॉय जैसे नेता पार्टी के खिलाफ खुलेआम गुस्से का इजहार कर रहे हैं. ऐसे नेताओं की चिंता दूर करने की रणनीति पर भी चर्चा हो सकती है. केंद्रीय नेता दिलीप घोष से पूछ सकते हैं कि सौमित्र खान और तथागत रॉय जैसे नेता नाराज क्यों हैं.
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कुछ लोगों का कहना है कि राज्य के चुनावों में अपेक्षित परिणाम नहीं मिलने के कारणों पर भी चर्चा होगी. इसके अलावा राज्य में संगठनात्मक स्तर पर कई बदलाव किये जा सकते हैं. बाबुल सुप्रियो और देबश्री चौधरी को केंद्रीय मंत्री के पद से इस्तीफा देने के लिए कहा गया था. कहा जा रहा है कि इसके बाद दोनों नाराज हैं. उन्हें मनाने के लिए राज्य समिति में महत्वपूर्ण पद दिया जा सकता है.
पिछले दिनों कुछ नेताओं को पार्टी विरोधी लाइन पर बात करते देखा गया है. इनमें सबसे ऊपर राजीव बनर्जी का नाम है. उन्होंने दो-दो बार तृणमूल कांग्रेस के सुर में सुर मिलाते हुए पार्टी विरोधी बयान दिये. सांसद सौमित्र खान ने फेसबुक के जरिये भाजयुमो अध्यक्ष पद से इस्तीफा का एलान कर दिया. जिला में पार्टी लाइन के खिलाफ जाने वाले नेताओं पर प्रदेश भाजपा की अनुशासनात्मक कमेटी ने कार्रवाई की है, लेकिन बड़े नेताओं के खिलाफ एक्शन लेने में प्रदेश नेतृत्व हिचक रहा है.
पार्टी का मानना है कि ऐसे बयानबाजी करने वालों से भाजपा की छवि को गहरा धक्का पहुंच रहा है. ऐसी स्थिति में पार्टी की क्या रणनीति हो, इस बाबत जेपी नड्डा के साथ श्री घोष विस्तृत चर्चा कर सकते हैं. इसके अलावा राजनीतिक हिंसा के संबंध में भी दोनों नेताओं के बीच बातचीत होगी.
Posted By: Mithilesh Jha