Bengal Breaking News, Kolkata News, कोलकाता न्यूज (मनोरंजन) : दमदम कैंटोनमेंट स्टेशन स्थित बाजार में आज शनिवार तड़के भयावह आग लग गयी. घटना की सूचना पाकर मौके पर दमकल की नौ गाड़ियां पहुंचीं. घंटों मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया है. घटना में किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है, हालांकि बाजार पूरी तरह से जलकर खाक हो गया है. इधर, घटना के बाद व्यवसायियों ने नुकसान को लेकर क्षतिपूर्ति की मांग की है. व्यवसायियों का कहना है कि कोरोना काल में किसी तरह से जीविका के साधन रूपी रोजगार पटरी पर लौट रहा था, ऐसे में इस तरह की घटना से हम सब सड़क पर आ गये हैं. देश और दुनिया से जुड़ी हर Breaking News in Hindi से अपडेट के लिए बने रहें हमारे साथ.
बताया जा रहा है कि आग में 100 के करीब दुकानें जलकर खाक हो गयी है. सूत्रों के मुताबिक, दमदम कैंटोनमेंट स्टेशन के तीन नंबर प्लेटफार्म के पास ही सुभाष नगर बाजार स्थित है. बाजार में स्टेशनरी दुकान से लेकर सब्जी, मांस-मछली हर तरह की दुकानें हैं. शनिवार रात दो से ढाई बजे के बीच जोरदार आवाज हुई. उस वक्त बाजार में एक दुकान में तीन लोग सो रहे थे. अचानक तेज आवाज सुनकर वे लोग बाहर निकले. व्यवसायियों ने बाहर निकल देखा कि एक दुकान में आग लग गयी है. देखते ही देखते कुछ समझते उतने देर में ही आग की लपटें तेजी से फैलती चली गयी.
धीरे-धीरे लोगों की भीड़ जुटी. इधर लोगों ने दमकल को सूचना दी. एक-एक कर कुल नौ दमकल पहुंचे. दमकल अधिकारियों ने बताया कि करीब 103 दुकानें जल गयी हैं. दमकल की ओर से घंटों प्रयाश के बाद आग पर काबू पाया गया. आग कैसे लगी, इसका स्पष्ट पता नहीं चल पाया है. घटना की खबर पाकर मौके पर दमदम थाने की पुलिस भी पहुंची है. दमकल अधिकारियों का अनुमान है कि गैस सिलिंडर विस्फोट से ही आग लगी है. हालांकि अधिकारिक तौर पर अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है. दमकल के अधिकारियों का कहना है कि आग कैसी लगी, इसकी फारेंसिंक जांच की जायेगी.
इधर, घटना के बाद व्यवसायियों ने नुकसान को लेकर क्षतिपूर्ति की मांग की है. व्यवसायियों का कहना है कि कोरोना काल में किसी तरह से जीविका के साधन रूपी रोजगार पटरी पर लौट रहा था, ऐसे में इस तरह की घटना से हम सब सड़क पर आ गये हैं. मौके पर पहुंचे उत्तर 24 परगना जिला कांग्रेस अध्यक्ष तापस मजूमदार का कहना है कि आग गैस सिलिंडर व शार्ट सर्किट से नहीं लगी है. कैसे लगी है, इसकी जांच होनी चाहिए. यहां आग लगाये जाने का संदेह है. इस कारण सौ से अधिक व्यवसायी सड़क पर आ गये हैं. इनमें से कई लोगों ने कर्ज व लोन लेकर दुकान खोला था. सरकार को इन सभी व्यवसायियों को आर्थिक मदद के रूप में एक-एक लाख रुपये देना चाहिए.
Posted By : Guru Swarup Mishra