पश्चिम बंगाल : विधानसभा में बजट सत्र शुरू, बढ़ायी गयी सुरक्षा
विजिटर्स विधानसभा की अनुमित पर ही गेट नंबर एक से प्रवेश कर सकेंगे. आगंतुक गेट पर सभी की अलग से तलाशी ली जा रही है. आगंतुकों के लिए सख्त नियम बनाये गये हैं. सदन कक्ष में विजिटर्स मोबाइल फोन, ट्रांजिस्टर सहित कोई इलेक्ट्रॉनिक गैजेट लेकर प्रवेश नहीं कर सकेंगे.
पश्चिम बंगाल में विधानसभा (Assembly) में बजट सत्र शुरू हो गया. इसके तहत विधानसभा परिसर और उसके आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गयी है. लोकसभा में हुई घटना को देखते हुए पुलिसकर्मियों को सख्त हिदायत दी गयी है कि ड्यूटी के दौरान किसी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए. विधानसभा के बाहर और भीतर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है. कोलकाता पुलिस के कमांडो भी विस परिसर में मोर्चा संभाले हुए हैं. विधानसभा आने वाले सभी मंत्री- विधायकों एवं अध्यक्ष बिमान बनर्जी के वाहन की जांच की जा रही है. विधानसभा द्वारा जारी किये गये होलोग्राम लगे वाहनों को ही परिसर में प्रवेश करने दिया जा रहा है. वाहन चालकों के लिए भी अलग से पास जारी किया गया है.
मंत्रियों, विधायकों को प्रवेश करने के दौरान दिखाना पड़ रहा है पहचान पत्र
विधानसभा में प्रवेश करने के लिए मंत्रियों, विधायकों को अपना पहचान पत्र दिखाना पड़ रहा है. विधानसभा अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, मुख्यमंत्री, राज्य मंत्रिमंडल के सदस्य, मुख्य सचिव, उपमुख्य सचिव और राज्य सरकार के सचिव गेट नंबर छह से प्रवेश करेंगे. विजिटर्स विधानसभा की अनुमित पर ही गेट नंबर एक से प्रवेश कर सकेंगे. आगंतुक गेट पर सभी की अलग से तलाशी ली जा रही है. आगंतुकों के लिए सख्त नियम बनाये गये हैं. आगंतुक दो घंटे से अधिक विधानसभा परिसर में नहीं ठहर सकेंगे. सदन कक्ष में विजिटर्स मोबाइल फोन, ट्रांजिस्टर सहित कोई इलेक्ट्रॉनिक गैजेट लेकर प्रवेश नहीं कर सकेंगे.
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वाहन जांच के लिए लगाया गया ड्रॉप गेट
वाहनों की जांच के लिए विधानसभा के गेट नंबर-2 पर ड्रॉप गेट लगाया गया है. इस गेट से ही नेता प्रतिपक्ष, विधायक एवं मीडियाकर्मियों को प्रवेश करने दिया जा रहा है. विधानसभा में ऐसा नजारा पहले कभी नहीं देखा गया. सूत्रों के मुताबिक, पिछले साल दिसंबर में लोकसभा में हुए स्मोक कांड के बाद विधानसभा की सुरक्षा बढ़ायी गयी है. विधानसभा में तैनात एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि लोकसभा की घटना के पहले ही सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किये जाने का निर्णय लिया गया था. प्रत्येक वाहन को जांच के बाद ही प्रवेश करने दिया जा रहा है.