पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव को लेकर रविवार को बीजेपी का घोषणा पत्र जारी किया जाएगा. गृहमंत्री अमित शाह कल कोलकाता से घोषणापत्र जारी करेंगे. बीजेपी अपने चुनावी घोषणापत्र में किन मुद्दों को प्राथमिकता देगी इसे लेकर कई तरह के कयास लगाये जा रहे हैं. माना जा रहा है कि इस बार के घोषणा पत्र में बीजेपी मुख्य रूप से बंगाल को भ्रष्ट्राचार मुक्त और पारदर्शी शासन देने का वादा कर सकती है.
अपने चुनावी घोषणापत्र में अंतराष्ट्रीय सीमाओं को मजबूत विकसित करने के साथ साथ स्थानीय उद्योग को बढ़ावा देने के पर जोर दिया जा सकता है. किसानों के हित के लिए नयी तकनीकों के विकास पर जोर दिया सकता है. खेती में जूट, चायपत्ती उद्योग को बढ़ावा देने पर जोर होगा, साथ ही जूट पर आश्रित परियोजनाओं पुनर्जीवित करने कि घोषणा बीजेपी कर सकती है.
पुलिस के आधुनिकीकरण की बात भी बीजेपी के घोषणा पत्र में शामिल हो सकती है. बीजेपी के घोषणापत्र में वामपंथी शासन की उद्योग नीति में बदलाव का जिक्र हो सकता है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यह भी सुझाव दिया जा सकता है कि राज्य को दो पहिया और तीनपहिया वाहनों के उत्पादन के हब के तौर पर तैयार किया जाए. इसके लिए गैर कृषि कार्य की जमीन चिन्हित की जायेगी. क्योंकि बांग्लादेश और पूर्वोत्तर राज्यों में इसका बड़ा बाजार है.
इसके अलावा राज्य में निवेश बढ़ाने के प्रयासों के तहत पेट्रोलियम, रासायनिक और पेट्रोकेमिकल निवेश से संबंधित आश्रित परियोजनाओं को पुनर्जीवित करने का वादा कर सकती है. इसके साथ ही पांच साल में एक करोड़ नौकरी देने का वादा भी बीजेपी अपने घोषणापत्र में कर सकती है.
घोषणापत्र में मंजूषा और तंतुजा का लाभ उठाने और बंगाल के कपड़ों की ब्रांडिग करने की बात शामिल हो सकती है. राज्य की कला संस्कृति को बढ़ावा देने के साथ ही पार्टी कुछ अभिनेताओं के साथ मिलकर बंगाल में यूपी की तर्ज पर फिल्म इंडस्ट्री का एलान कर सकती है.
Posted By: Pawan Singh