बंगाल चुनाव में कैंडिडेट से पहले वोटरों के बीच पहुंचा ‘बाघू’, कहा- बाघू बोले, वोट देबो सोकाले
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद प्रत्याशियों से पहले मतदाताओं के बीच ‘बाघू’ पहुंच रहा है. वह युवाओं से कह रहा है - वोट देबो सोकाले. यानी वोट देंगे सुबह-सुबह.
कोलकाता : पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद प्रत्याशियों से पहले मतदाताओं के बीच ‘बाघू’ पहुंच रहा है. वह युवाओं से कह रहा है – वोट देबो सोकाले. यानी वोट देंगे सुबह-सुबह. दरअसल, ‘बाघू’ चुनाव आयोग का शुभंकर (Muscot) है और घूम-घूमकर युवाओं को मतदान के लिए जागरूक कर रहा है.
सभी जिलों में चुनाव की तैयारी चल रही है. प्रशासन ने मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए अपने स्तर से तैयारी की है. दक्षिण 24 परगना जिला में दो महीने से पहली बार मतदान करने वाले युवा वोटरों में इ-एपिक कार्ड को लेकर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है.
मतदान के लिए नये वोटरों को जागरूक करने में ‘बाघू’ अहम भूमिका निभा रहा है. ‘बाघू बोले, वोट देबो सकाले’ स्लोगन लोगों को खूब पसंद आ रहा है. दक्षिण 24 परगना जिला में अधिकतर आबादी बांग्लाभाषियों की है, जहां बाघू और इसका स्लोगन लोगों की जुबान पर चढ़ता जा रहा है.
Also Read: वोटिंग के दौरान अब नहीं बदलना पड़ेगा EVM, बंगाल चुनाव में होगा M-3 मशीन का इस्तेमाल, जानें इसकी खूबियांदक्षिण 24 परगना के पूर्व जिलाधिकारी डॉ पी उल्गानाथन ने 14 फरवरी को गंगासागर व सागर ब्लॉक में नये वोटरों में एपिक कार्ड का वितरण किया था. जिले में इस वर्ष 1,23,767 नये युवा मतदाता जुड़े हैं. दक्षिण 24 परगना की जिलाधिकारी अंतरा आचार्य ने बताया कि इस बार नये मतदाताओं की संख्या दो लाख 14 हजार से भी ज्यादा है.
बाघू के साथ महिलाएं भी कर रहीं वोटरों को जागरूकजगह-जगह लगाये जा रहे जागरूकता कैंप में ‘बाघू’ के साथ महिलाएं भी नयी महिला वोटरों को मतदान करने के लिए जागरूक कर रही हैं. जिले में महिला पोलिंग पर्सनल को तैनात करने की तैयारी भी की जा रही है. जिला प्रशासन से मिली जानकरी के अनुसार, इस वर्ष महिला वोटरों की संख्या में भी एक लाख से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है.
Also Read: AIMIM चीफ ओवैसी की तरह कहीं के नहीं रहेंगे लालू के लाल RJD नेता तेजस्वी यादव? सुंदरवन इलाके में वोटर जागरूकता पर जोरजिले के सुंदरवन क्षेत्र में किसानों व मछुआरों की संख्या ज्यादा है. इसे ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन की ओर से महीने भर से जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. विधानसभा चुनाव के लिए तिथियों की घोषणा होने के बाद से जागरूकता अभियान को और तेज कर दिया गया है.
Posted By : Mithilesh Jha