दुर्गापुर (नीरज) : लंबे इंतजार के बाद आखिरकार भाजपा की ओर से विधानसभा चुनाव के लिए जिले मे अपने उम्मीदवार के नाम को घोषणा कर दी है. पार्टी ने दुर्गापुर पश्चिम विधानसभा सीट से जहां जिला अध्यक्ष लखन घुरुई को उम्मीद्वार बनाया है .वही दूसरी ओर तृणमूल कांग्रेस से आए कर्नल दिप्तांशु चौधरी को दुर्गापुर पूर्व विधानसभा से उम्मीदवार के तौर पर खड़ा किया है.
दुर्गापुर पूर्व विधानसभा पर माकपा की पकड़ मजबूत,भाजपा उम्मीदवार की डगर कठिन
बंगाल की सत्ता को देखते हुए दुर्गापुर पूर्व विधानसभा सीट काफी अहम मानी जा रही है. इस सीट पर माकपा के संतोष देबराय मौजूदा विधायक हैं.इस विधानसभा चुनाव मे तृणमूल कांग्रेस को प्रदीप मजूमदार को उम्मीदवार बनाया है.वही माकपा ने इस बार इस सीट से आभाष राय चौधरी को अपना उम्मीदवार बनाया है.इस सीट पर माकपा के श्रमिक संगठन की पकड़ काफी मजबूत है.
2016 और 2011 विधानसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार रहे थे तीसरे स्थान पर
साल 2016 में हुए विधानसभा चुनाव में दुर्गापुर पूर्व विधानसभा सीट पर माकपा के संतोष देबराय ने चुनाव जीता था. संतोष देबराय ने तृणमूल कांग्रेस के प्रदीप मजूमदार को 9131 वोटों से हराया था. भाजपा के अखिल मंडल तीसरे स्थान पर रहे थे, उन्हें 23,302 वोट मिले थे. साल 2011 में हुए पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस के निखिल कुमार बनर्जी ने चुनाव जीता था. निखिल कुमार बनर्जी ने माकपा के अल्पना चौधरी को 8566 वोटों से हरा दिया था. भाजपा के उम्मीदवार लखन घुरुई तीसरे स्थान पर रहे थे, उन्हें 7449 वोट मिले थे.
दुर्गापुर पश्चिम विधानसभा : सत्ताधारी दल के साथ कड़ी टक्कर के आसार
भाजपा ने इस बार अपने जिला अध्यक्ष लखन घुरुई को दुर्गापुर पश्चिम विधानसभा से अपना उम्मीदवार बनाया है. इस सीट पर कांग्रेस के बिश्वनाथ पड़ियाल मौजूदा विधायक हैं. इस चुनाव मे श्री पाडियाल तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे है.वही माकपा- कांग्रेस गठबंधन ने इस सीट पर अपने उम्मीदवार नहीं उतारे है.इस सीट पर तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच कड़ी टक्कर के आसार बन रहे है.
2016 और 2011 विधानसभा चुनाव में भाजपा रही थी तीसरे नंबर पर
साल 2016 में हुए विधानसभा चुनाव में दुर्गापुर पश्चिम विधानसभा सीट पर बीजेपी के कल्याण दूबे तीसरे स्थान पर रहे थे, उन्हें 18,313 वोट मिले थे. कांग्रेस के बिश्वनाथ पाडियाल ने चुनाव जीता था. बिश्वनाथ पाडियाल ने तृणमूल कांग्रेस के अपूर्व मुखर्जी को 44,824 वोटों से हराया था.साल 2011 में हुए चुनाव में बीजेपी के उम्मीदवार कल्याण दूबे तीसरे स्थान पर रहे थे, उन्हें 5434 वोट मिले थे.तृणमूल कांग्रेस के अपूर्व मुखर्जी ने चुनाव जीता था. और माकपा के विपेंद्रु 17,006 वोटों से हरा दिया था.
तीसरे से पहले स्थान पर आने की है चुनौती
पिछले दो विधानसभा चुनाव मे भाजपा तीसरे नंबर पर रही है.हालाकि 2011 के मुक़ाबले 2016 के चुनाव मे पार्टी को मिले मत मे इजाफा हुआ है.वही बीते साल हुए लोकसभा चुनाव मे भी पार्टी का प्रदर्शन पहले से काफी बेहतर हुआ है.लोकसभा चुनाव के बेहतर प्रदर्शन को देखते हुए भाजपा के लोग इस चुनाव मे काफी उत्साहित दिख रहे है.लेकिन तीसरे स्थान से पहले स्थान पर आने की कड़ी चुनौती का उन्हे सामना करना पड़ेगा.
Posted By: Pawan Singh