Loading election data...

BJP नेता मनोज तिवारी का CM ममता बनर्जी से सवाल, पूछा: दीदी, बाहरी-भीतरी का भेद पता है?

Bengal Assembly Election 2021: भाजपा सांसद के अनुसार दीदी खुद को ही बंगाल की बेटी कहती हैं. यह सोच समझ से परे है और इसके पीछे की मंशा संदिग्ध है. आपकी यह सोच अब नहीं चलेगी.खेला होबे’ पर बोले- 70 लाख किसानों के साथ खेला ही तो किया है.

By Contributor | March 21, 2021 4:18 PM
an image

हावड़ा : कभी मां, माटी, मानुष का नारा देकर दीदी ने बंगाल में वामपंथियों का लाल दुर्ग ढहाया था, पर अब इसी नारे में सियासी बदलाव कर भाजपा उन पर हमलावर है. भाजपा के स्टार प्रचारकों में शुमार, दिल्ली के सांसद और एक्टर-सिंगर मनोज तिवारी ने सुरीले अंदाज में तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी पर हमला बोला.

Also Read: Bengal Nandigram Seat: हॉटसीट नंदीग्राम से मीनाक्षी मुखर्जी EXCLUSIVE, BJP-TMC के बीच संयुक्त मोर्चा की प्रत्याशी कहां हैं?

उनके मुताबिक पिछले 10 वर्षों में दीदी ने मां, माटी व मानुष के साथ खेला ही किया है. लिहाज अब ‘मां, माटी, मानुष करे चीत्कार- दया करो मां, दया करो मां ‘. ये पंक्तियां मनोज तिवारी ने बांग्ला में गाते हुए दीदी पर निशाना साधा. मनोज तिवारी का दावा है कि बंगाल में भाजपा की आंधी चल रही है. भाजपा यहां चुनाव में भारी जीत दर्ज करेगी.

दो मई को जोड़ा फूल पार्टी मात्र 60 सीटों पर सिमट कर रह जायेगी. बंगाल की जनता सोनार बांग्ला बनाने के लिए भाजपा को जिताने का मन बना चुकी है. बहिरागत (बाहरी) का सियासी राग अलापने वाली ममता बनर्जी को आड़े हाथ लेते हुए मनोज तिवारी ने कहा देश का कोई भी व्यक्ति जहां चाहे वहां जाकर रह सकता है. जो अपने देश से बंगाल में आता है, वह दीदी के लिए बाहरी है और जो बांग्लादेश से घुसपैठ करके यहां आता है, वह उनका अपना हो जाता है.

बीजेपी सांसद ने कहा कि बंगाल में लाखों प्रवासी हिंदीभाषी वर्षों से रहते आ रहे हैं. बंगाल के विकास में उनका अहम योगदान है. उन्हें बाहरी कैसे कहा जा सकता है? भाजपा सांसद के अनुसार दीदी खुद को ही बंगाल की बेटी कहती हैं. यह सोच समझ से परे है और इसके पीछे की मंशा संदिग्ध है. आपकी यह सोच अब नहीं चलेगी. तृणमूल कांग्रेस के नारे खेला होबे पर भी सांसद मनोज तिवारी ने तंज किया और कहा कि प्रधानमंत्री ने तो बीते दिनों विकास होबे, रोजगार होबे आदि का नारा दिया.

मनोज तिवारी की मानें तो दीदी ने बंगाल के 70 लाख किसानों के साथ खेला ही तो किया है. इसका जवाब उन्हें दो मई को मिल जायेगा. भाजपा सांसद ने बताया कि उनका एक घर कोलकाता में भी है और वह बांग्ला भी बोलना और पढ़ना जानते हैं. वह यहां नौकरी भी कर चुके हैं.

Also Read: West Bengal Election 2021: मिशन बंगाल फतह करने के लिए बिहार BJP नेताओं को मिला टास्क, आठ लोकसभा क्षेत्रों के संयोजन की मिली जिम्मेदारी

Posted By- Aditi Singh

Exit mobile version