पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव सिर पर है. 27 मार्च को पहले चरण का चुनाव होना है. ऐसे भी रैली और जनसभाएं आयोजित की जा रही है. इनमें काफी संख्या में भीड़ जमा हो रही है. पर इन सबके बीच एक बार फिर कोरोना का डर बंगाल में सताने लगा है. पिछले 24 घंटे में बंगाल में कोरोना संक्रमण के 303 नये मामले सामने आये हैं.
भारत में एक दिन में 102 दिन बाद बुधवार को कोरोना के सबसे अधिक रिकॉर्ड 35,886 नए मामले सामने आए. इनमें सबसे अधिक महाराष्ट्र में कोरोना के पॉजिटिव मरीज पाए गए हैं. यहां पूरे देश में आए नए मामलों का करीब 64 फीसदी केस एक दिन के दौरान दर्ज किया गया. बुधवार को महाराष्ट्र में 23,179 नए केस दर्ज किए गए, जो बीते छह महीने में सबसे अधिक रिकॉर्ड है. पुणे में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 4,745 नए केस, 15 मरीजों की मौत हुई है.
इस बीच कोरोना वैक्सीन को लेकर ममता और केंद्र सरकार के बीच विवाद हो गया है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया है कि बंगाल के लिए पर्याप्त संख्या में कोरोना वैक्सीन उपलब्ध नहीं कराया गया है. हालांकि केंद्र सरकार ने इस आरोप को खारिज करते हुए टीकों के डाटा से जुड़ी जानकारी को शेयर किया है. केंद्र सरकार ने कहा है कि बंगाल सरकार के पास अभी भी 20 लाख से अधिक कोरोना वैक्सीन के डोज उपलब्ध हैं.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने डाटा जारी करते हुए बताया कि पश्चिम बंगाल को कोविशील्ड और कोवैक्सीन की कुल 52.90 लाख डोज सप्लाई किये गये थे. इनमें से राज्य सरकार द्वारा दिये गये आंकड़ों के मुताबिक टीकाकरण अभियान के तहत 30.89 लाख डोज का ही इस्तेमाल किया गया है. अभी भी बंगाल के पास 22.01 लाख कोरोना के डोज बचे हुए हैं. यह आंकड़े 17 मार्च सुबह तक के हैं.
बता दें कि पश्चिम बंगाल एक मात्र ऐसा राज्य नहीं है जिसका कोरोना वैक्सीन को लेकर केंद्र के साथ विवाद हुआ है. राजस्थान और महाराष्ट्र सरकार ने भी केंद्र के सामने कोरोना वैक्सीन की कमी का मुद्दा उठाया है.
Posted By: Pawan Singh