कोलकाता: पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के चौथे चरण का मतदान 10 अप्रैल को होना है, पर इस बीच हिंसा का दौर जारी है. पूरे राज्य के कई जगहों से हिंसा की खबरें आ रही हैं. दुर्गापुर के बसुधा इलाके में बीजेपी कार्यालय में गुरुवार की रात तोड़फोड़ की गई है. बीजेपी कार्यालय में तोड़ फोड़ करने का आरोप तृणमूल कार्यकर्ताओं पर लगा है.
वहीं दूसरी ओर, कोलकाता के कसबा के वार्ड नंबर 67 में भाजपा कार्यकर्ताओं को धमकाने और उनके साथ मारपीट करने का मामला भी सामने आया है . इसका आरोप भी तृणमूल कार्यकर्ताओं पर लगा है.
भाजपा के कार्यालय में गुरूवार तृणमूल कार्यकर्ताओं द्वारा कथित रूप से तोड़फोड़ की गई. भाजपा कार्यकर्ताओं सीधा आरोप लगाते हुए कहा कि टीएमसी के गुंडों ने हमारे कार्यालय में तोड़फोड़ की है. अगर उन्हें लगता है कि बीजेपी को ऐसे हमलों से रोका जा सकता है तो वे गलत हैं. दुर्गापुर की जनता हमारे साथ है.
इसके पहले बांकुड़ा में ताजपुर गांव में बने भाजपा दफ्तर पर हमला किया गया था. इस हमले में दफ्तर को आग लगा दी गई थी. घटना में एक कार्यकर्ता भी गंभीर रूप से घायल हुआ था, जिसे बांकुड़ा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था. इसके बाद कार्यालय में हुए हमले के खिलाफ भाजपा कार्यकर्ताओं ने धरना और प्रदर्शन किया और सड़क जाम किया था.
भाजपा के नेता लगातार आरोप लगा रहे हैं कि चुनाव के दौरान भय दिखाने के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं और उनके कार्यालय पर हमले हो रहे हैं. अभी तक 135 से ज्यादा भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या की जा चुकी है. पार्टी ने हमले की चुनाव आयोग से शिकायत की है.
बता दें कि चौथे चरण में पांच जिलों के 44 विधानसभा सीटों के लिए मतदान होगा. 44 सीटों के लिए कुल 373 उम्मीदवार चुनावी मैंदान में हैं. वोटिंग के दौरान सुरक्षा को देखते हुए सुरक्षा बलों की 793 कंपनिया तैनात की गयी हैं. एडीआर ने कहा कि है कि चौथे चरण की 27 फीसदी सीटें संवेदनशील हैं. यानी 44 में 12 सीट सेंसेटिव हैं. जबकि चुनाव आयोग के मुताबिक लगभग सभी सीटें संवेदनशील हैं. 50 फीसदी से अधिक बूथों पर वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गयी है. 44 विधानसभा सीटों में 15940 बूथ बनाये गये हैं.
Posted By: Pawan Singh