Bangal Chunav 2021 : गुस्से में दक्षिण हावड़ा सीट के BJP कार्यकर्ता , प्रत्याशी के खिलाफ लगाये पोस्टर
Howrah News in hindi : दक्षिण हावड़ा विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न जगहों पर पोस्टर व बैनर लगाकर अपना विरोध जता रहे हैं . मनपसंद उम्मीदवार नहीं मिलने से नाराज हैं भाजपा कार्यकर्ता.शहरी क्षेत्र में अब तक भाजपा कार्यकर्ताओं ने अपने उम्मीदवारों को लेकर कोई विरोध प्रदर्शन नहीं किया है.
हावड़ा : भाजपा उम्मीदवारों के नाम की घोषणा होने के बाद ग्रामीण हावड़ा के अंतर्गत आने वाले दो विधानसभा क्षेत्रों (पांचला व उदयनारायणपुर) में भाजपा कार्यकर्ताओं ने पार्टी के फैसले का विरोध करते हुए जमकर बवाल मचाया था. हालांकि शहरी क्षेत्र में अब तक भाजपा कार्यकर्ताओं ने अपने उम्मीदवारों को लेकर कोई विरोध प्रदर्शन नहीं किया है, लेकिन दक्षिण हावड़ा सीट से रंतिदेव सेनगुप्ता को प्रत्याशी बनाये जाने पर यहां के भाजपा कार्यकर्ताओं में रोष है.
पार्टी के इस फैसले के खिलाफ यहां के भाजपा कार्यकर्ता बैनर व पोस्टर लगाकर अपने गुस्से का इजहार कर रहे हैं. क्षुब्ध भाजपा कार्यकर्ताओं ने हाल ही में तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामने वाले श्रीकांत घोष को उम्मीदवार बनाये जाने की मांग की है. मंगलवार रात भाजपा कार्यकर्ताओं ने दक्षिण हावड़ा विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न जगहों पर पोस्टर व बैनर लगाकर अपना विरोध जताया. कार्यकर्ताओं ने मांग की है कि अगर पार्टी अपना फैसला नहीं बदलती है, तो भाजपा नेता श्रीकांत घोष बतौर निर्दल उम्मीदवार मैदान में उतरें और चुनाव लड़ें.
मालूम रहे कि भाजपा ने इस सीट पर रंतिदेव सेनगुप्ता व तृणमूल कांग्रेस ने पूर्व सांसद अंबिका बनर्जी की बेटी नंदिता चौधरी को उम्मीदवार बनाया है. उल्लेखनीय है कि दक्षिण हावड़ा सीट पर दोनों दलों के कार्यकर्ताओं के बीच अपने-अपने उम्मीदवार को लेकर नाराजगी है. इस सीट से नंदिता चौधरी को टिकट मिलने पर तृणमूल व अल्पसंख्यक नेता मसूद आलम खान ने तृणमूल का साथ छोड़ दिया और भाजपा में शामिल हो गये. भाजपा ने रंतिदेव को यहां से उम्मीदवार बनाया, जिसे लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं केा एक वर्ग में निराशा है.
वहीं भाजपा नेता श्रीकांत घोष ने कहा – अगर जनता चाहती है कि दक्षिण हावड़ा सीट से मैं निर्दलीय उम्मीदवार बनकर चुनाव मैदान में उतरूं, तो जनता का यह फैसला मुझे मंजूर है. पार्टी ने एक ऐसे शख्स का यहां से उम्मीदवार बनाया है, जो 2019 के लोकसभा चुनाव में हावड़ा लोकसभा केंद्र से हार चुका है. हावड़ा शहर से उनका कोई नाता नहीं है. बावजूद इसके उन्हें ही उम्मीदवार बनाया गया. बेशक पिछले दोनों चुनाव में यहां जोड़ा फूल खिला था, लेकिन यह भी सत्य है कि 10 वर्षों से यहां की जनता विधायक की सेवा से वंचित रही है.
Posted By – Aditi Singh