Bengal Chunav 2021 : लालगढ़ में जेपी नड्डा ने भरी हुंकार, बोले- मां, माटी और मानुष की रक्षा नहीं कर पा रही है ममता
Bengal Chunav 2021, Bengal News, Kolkata News, लालगढ़ (कोलकाता) : पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा ने चुनावी गतिविधियां तेज कर दी है. इसी कड़ी में मंगलवार को एक बार फिर भाजपा ने परिवर्तन यात्रा शुरू की. परिवर्तन यात्रा की शुरुआत करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ममता सरकार की कामियां गिनायी और लोगों से भाजपा पर विश्वास करने की अपील की.
Bengal Chunav 2021, Bengal News, Kolkata News, लालगढ़ (कोलकाता) : पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा ने चुनावी गतिविधियां तेज कर दी है. इसी कड़ी में मंगलवार को एक बार फिर भाजपा ने परिवर्तन यात्रा शुरू की. परिवर्तन यात्रा की शुरुआत करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ममता सरकार की कामियां गिनायी और लोगों से भाजपा पर विश्वास करने की अपील की.
झाड़ग्राम जिला अंतर्गत लालगढ़ के विलेज मैदान में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने विधानसभा चुनाव में एक बार फिर से परिवर्तन की हुंकार भरते हुए कहा कि बंगाल अब परिवर्तन चाहती है. उन्होंने कहा कि बहुत हुआ ममताजी, बंगाल अब परिवर्तन चाहता है. तृणमूल सरकार पर ‘मां, माटी और मानुष’ के नारे की रक्षा नहीं करने का आरोप लगाते हुए कहा कि जब ममता सरकार इनकी सुरक्षा नहीं कर सकती, तो ऐसी सरकार को यहां से जाना ही बेहतर है.
बंगाल में तानाशाही और तुष्टिकरण की सरकार होने का आरोप लगाते हुए श्री नड्डा ने कहा कि भाजपा के 130 कार्यकर्ताओं की हत्या की गयी है. उनमें से 100 का तर्पण उन्होंने खुद किया है. मानव तस्करी, हत्या और हत्या की कोशिश के मामलों में बंगाल अव्वल है. बंगाल की संस्कृति की रक्षा भाजपा ही कर सकती है.
उन्होंने कहा कि जिस तरह से ‘भाईपो’ ने शुभेंदु अधिकारी के पिता का नाम लिया वह तृणमूल की संस्कृति को दर्शाता है. भाईपो को यह तक नहीं पता कि कैसे बात करते हैं. तृणमूल सरकार पर भ्रष्ट होने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि चक्रवाती तूफान अम्फन में केंद्र द्वारा भेजी गयी सामग्री तृणमूल कार्यकर्ताओं के घर पायी गयी. मुआवजा देने में घोटाला हुआ. जब अदालत ने इसकी जांच CAG से कराने को कहा, तो ममता बनर्जी सुप्रीम कोर्ट पहुंच गयीं. आखिर वह भ्रष्टाचारियों को क्यों बचाना चाहती हैं?
श्री नड्डा ने कहा कि केंद्र ने 30 रुपये प्रति किलो का चावल लोगों के लिए भेजा लेकिन राज्य सरकार अपने पास से 2 रुपये और खर्च करके लोगों तक उसे पहुंचा नहीं सकी. आयुष्मान भारत योजना को लागू करने से भी उन्होंने इनकार कर दिया. हर बात में वह कहती हैं, ‘हौबे ना, हौबे ना, हौबे ना’. लेकिन, मई के बाद से वह ‘होगा, होगा, होगा.’ तृणमूल भ्रष्टाचार की जननी है और उसके नेताओं को जनता माफ नहीं कर सकती. उन्होंने कहा कि जय श्री राम के नारे से ममता को गुस्सा आ जाता है. यह कैसा तुष्टिकरण है? उन्हें अपने कार्यों के लिए प्रायश्चित करना चाहिए.
Posted By : Samir Ranjan.