बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 से पहले ममता को बनर्जी की पार्टी को बड़ी राहत मिली है. दरअसल फुरफुरा शरीफ में चुनावी अभियान को लेकर राजनीतिक टूट हो गई है. वहीं इस टूट से माना जा रहा है कि पीरजादा अब्बास को बड़ा झटका लगा है. बता दें कि बंगाल में मुस्लिम हितों को मुद्दा बनाकर फुरफुरा शरीफ के पीरजादा अब्बास ने राजनीति में एंट्री का एलान किया था.
जानकारी के अनुसार फुरफुरा शरीफ के ही एक अन्य नेता त्वोहा सिद्दीकी ने सीएम ममता बनर्जी से मुलाताक की है. मुलाकात के बाद त्वोहा ने कहा कि बंगाल में ममता बनर्जी की सरकार मुस्लिमों के लिए अच्छे से काम कर रही है और हम उनके साथ है. त्वोहा ने आगे कहा कि हमने ममता को फुरफुरा शरीफ (furfura sharif) आने का न्योता भी दिया है, जिसको वो मान गई हैं.
बताते चलें कि पीरजादा अब्बास सिद्दीकी ने इलेक्शन फाइट के लिए इंडियन सेकुलर मोर्चा का गठन किया है. अब्बास सिद्दीकी असी के साथ कांग्रेस और वाम गठबंधन के साथ चुनाव लड़ने का एलान कर चुके हैं. हालांकि वहां अभी तक सीट शेयरिंग को लेकर उनकी बात नहीं बनी है. वहीं पीरजादा अब्बास का समर्थन असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी भी कर चुकी है.
120 मस्जिदों पर है असर- बताया जा रहा है कि फुरफरा शरीफ का पूरे पश्चिम बंगाल में करीब 120 मस्जिदों पर असर है., जिसके कारण इस बार मुस्लिम वोटों का टीएमसी से अलग होने का अनुमान जताया जा रहा था. हालांकि अब जब त्वोहा सिद्दीकी ने ममता का समर्थन कर दिया है. ऐसे में माना जा रहा है कि चुनाव से पहले ममता बनर्जी की पार्टी के लिए यह एक बड़ी राहत है.
Posted by : Avinish kumar mishra