पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार अभियान के आखिरी दिन नदींग्राम ने ग्रैड पॉलिटिकल ड्रामा के साथ एक और चीज देखा. जब तृणंमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने प्रचार अभियान के अंतिम दिन अपने पैर पर खड़े होकर राष्ट्रगान गाया. नंदीग्राम वही जगह है जहां नामांकन के बाद लौट रही ममता बनर्जी के पैर में चोट आयी थी और उनका पैर फ्रैक्चर हो गया था. आज उसी नंदीग्राम में राष्ट्रगान का सम्मान देने के लिए ममता बनर्जी खड़ी हो गयी.
आज जैसे ही उसकी दूसरे चरण के लिए ममता बनर्जी के मैराथन रैलियों सिलसिला समाप्त हुआ. ममता बनर्जी ने जोर देकर कहा कि वह राष्ट्रगान के लिए खड़ी होगी इसके बाद उनकी पार्टी के नेता सुब्रत बख्शी और डोला सेन ने ममता बनर्जी को व्हीलचेयर से उठने में मदद की और वह राष्ट्रगान के दौरान एक पैर पर खड़ी थीं. बता दें कि नंदीग्राम में ममता के पैर पर चोट लगी थी इसके बाद से इस घटना का आरोप बीजेपी पर लगा था. ममता बनर्जी ने आरोप लगाते हुए कहा था कि बीजेपी कार्यकर्ताओं ने उन्हें धक्का दिया जिससे उनका पैर टूट गया.
इसी के साथ आज नंदीग्राम विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के लिए हाई वोल्टेज प्रचार अभियान समाप्त हो गया. अब एक अप्रैल को बंगाल विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए वोट डाले जाएंगे. इस चुनाव में नंदीग्राम सबसे हॉट सीट मानी जा रही है क्योंकि इस सीट से ममता बनर्जी और उनके पूर्व सहयोगी शुभेंदु अधिकारी के बीच सीधी टक्कर है. पिछले साल शुभेंदु अधिकारी भाजपा में शामिल हुए थे.
इस सीट में चुनाव प्रचार के अंतिम दिन खूब बयानबाजी हुई. अमित शाह ने ममता बनर्जी पर आरोप लगाते हुए कहा कि ममता दीदी महलिाओं के हित की बात करती है लेकिन उनके राज्य में महिलाएं सुरक्षित नहीं है. जहां वो हैं वहां से पांच किलोमीटर की दूरी में महिला के साथ दुष्कर्म हो जाता है. तो बाकि राज्य में महिलाओं की क्या स्थिति होगी. उनके राज्य में एक वृद्ध महिला को इतना पीटा जाता है कि उनकी मौत हो गयी. फिर ममता बनर्जी यह कैसे कह सकतीं हैं उनके राज्य में महिलाएं सुरक्षित हैं
Posted By: Pawan Singh