आसनसोल: पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के बीच घमासान को लेकर जिले में निर्दलीय उम्मीदवारों की संख्या घट सकती है. जिले की नौ सीटों पर सातवें चरण में होनेवाले मतदान के लिए 31 मार्च से नामांकन आरम्भ हुआ है. शनिवार तक जिले में एक भी निर्दलीय उम्मीदवार ने नामांकन जमा नहीं दिया है और नामांकन फॉर्म भी संग्रह नहीं किया है. शनिवार तक जिले में कुल 17 नामांकन जमा हुए हैं.
जिसमें संयुक्त मोर्चा से माकपा के पांच, कांग्रेस के तीन, राष्ट्रीय सेक्युलर मजलिस पार्टी के एक उम्मीदवार, एसयूसीआइ से पांच उम्मीदवार, बहुजन समाजवादी पार्टी से दो और जनता दल यूनाइटेड के एक उम्मीदवार शामिल हैं. पिछली बार चुनाव लड़नेवाले क्षेत्रीय पार्टी के उम्मीदवार भी अभी तक नामांकन फॉर्म संग्रह नहीं किया है. पिछली बार कुल ग्यारह राष्ट्रीय और क्षेत्रीय पार्टी के उम्मीदवार जिले में चुनाव लड़े थे.
इनके साथ छह निर्दल उम्मीदवार भी मैदान में थे. इसबार अबतक निर्दल और अधिकांश क्षेत्रीय पार्टियों ने नामांकन फॉर्म संग्रह नहीं किया है. आठ अप्रैल नामांकन जमा देने का अंतिम दिन है.
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राज्य विधानसभा चुनाव में इसबार भाजपा और तृणमूल दोनों ही पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. दोनों ही पार्टी के नेता दो सौ से अधिक सीट लेकर सत्ता में आने का दावा ठोक रहे हैं. चुनावी प्रचार में भी दोनों पार्टियों का ही वर्चस्व कायम है. प्रचार में तीसरे नम्बर पर संयुक्त मोर्चा है. दोनों पार्टियों के बीच घमासान का नजारा आम है. ऐसे में निर्दल और क्षेत्रीय पार्टी के उम्मीदवार क्या मैदान में ताल ठोकेंगे?
2016 के चुनाव में जिले की नौ सीटों में भाजपा के नौ, माकपा के छह, कांग्रेस के तीन, तृणमूल के नौ, एसयूसीआइ के पांच, बहुजन समाजवादी पार्टी के दो, बहुजन मुक्ति पार्टी के छह, झारखंड मुक्ति मोर्चा के एक, शिवसेना के एक, अखिल भारत हिन्दू महासभा के एक, झारखंड दिशुम पार्टी के एक उम्मीदवार के साथ छह निर्दल उम्मीदवार मैदान में थे. इसबार के चुनाव में शनिवार तक एक भी निर्दल उम्मीदवार ने नामांकन नहीं भरा है. एसयूसीआइ और आरएसएमपी के अलावा किसी पार्टी ने नामांकन नहीं भरा है.
Posted By- Aditi Singh