पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव की तारीख जैसे जैसे नजदीक आ रही है वैसे वैसे प्रचार अभियान तके साथ साथ आरोप प्रत्यारोप का दौर भी तेज हो गया है. इन सबके बीच टीएमसी ने बीजेपी पर चुनावी आचार संहिता के उल्लंघन करने का आरोप लगाया है. इसे लेकर तृणमूल ने चुनाव आयोग से शिकायत भी की है.
अपने शिकायत में टीएमसी ने कहा कि भाजपा अपने चिन्ह और अपने नेताओं के फोटो के साथ अगरबत्ती और माचिस की डिब्बी बांटकर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन कर रही है. टीएमसी ने अपने पत्र में कहा है कि उत्तरी कोलकाता में श्यामपुकुर और जोरासांको में मंदिरों में भक्तों के अगरबत्ती और माचिस वितरित की गई है.
तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि उत्तर कोलकाता के श्यामपुकुर और जोरासांको में तैनात हमारे पार्टी कार्यकर्ताओं से रिपोर्ट मिली है कि बीजेपी के कार्यकर्ता सक्रिय रूप से अगरबत्ती और माचिस की डिब्बी बांट रहे हैं.
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इन माचिस की डिब्बीयों में नरेंद्र मोदी, अमित शाह और जेपी नड्डा की तसवीर बनी हुई है. इसके अलावा अगरबत्ती के बक्से में आर नाय अन्याय का नारा भी लिखा हुआ है. माचिस के डिब्बे के दूसरे तरफ सोम मंडल की तस्वीरें हैं, जो इस विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के उम्मीदवार हैं.
टीएमसी द्वारा चुनाव आयोग को भेजे गये इस शिकायत पत्र में टीएमसी के राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन का हस्ताक्षर किया हुआ है. टीएमसी ने यह भी आरोप लगाया है कि भाजपा राज्य में भाजपा “राज्य के भीतर मतदाताओं के एक वर्ग को विशेष रूप से लक्षित करने के लिए सांप्रदायिकता को बढ़ावा दे रही है.
चुनावी आदर्श आचार संहिता के लागू होने के बाद इस का सख्ती से पालन करने का आदेश दिया जाता है. आचार संहिता लागू होने के बाद वोट हासिल करने के लिए वोट पाने के लिए सांप्रदायिक भावनाओं के लिए किसी भी अपील पर रोक लगाती है. इसके साथ ही यह भी कहा जाता है कि मंदिर मस्जिद या किसी भी तरह के धार्मक स्थल का इस्तेमाल चुनाव प्रचार के लिए नहीं किया जा सकता है. अगरबत्ती के बक्से में देवताओं की तस्वीरें भी होती हैं जो आदर्श आचार संहिता के घोर उल्लंघन में होती हैं.
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Posted By: Pawan Singh