प्रचार करने पहुंचे BJP कैंडिडेट राजीव बनर्जी के समर्थकों और TMC वर्कर्स के बीच झड़प, रैली में पत्थरबाजी

Bngal News in Hindi: राजीव बनर्जी के सुरक्षाकर्मियों (सेंट्रल फोर्स) ने समझा-बुझा कर स्थिति को संभालने की कोशिश की, लेकिन हालात को बेकाबू होता देख कर सुरक्षाकर्मियों को लाठीचार्ज करना पड़ा. रैली में शामिल सुरक्षाकर्मियों ने तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को समझाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं माने और थोड़ी देर बाद ही पथराव शुरू कर दिया

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 22, 2021 9:36 AM

हावड़ा: रविवार सुबह डोमजूर विधानसभा क्षेत्र के बांकड़ा इलाके में चुनाव प्रचार करने पहुंचे भाजपा उम्मीदवार राजीव बनर्जी के समर्थकों व तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच जम कर झड़प हो गयी. दोन‍ों दलों के कार्यकर्ताओं ने लाठी व डंडे से एक दूसरे पर हमले किये.

शुरुआत में श्री बनर्जी के सुरक्षाकर्मियों (सेंट्रल फोर्स) ने समझा-बुझा कर स्थिति को संभालने की कोशिश की, लेकिन हालात को बेकाबू होता देख कर सुरक्षाकर्मियों को लाठीचार्ज करना पड़ा. यह घटना उस समय हुई जब श्री बनर्जी सुबह 10 बजे बांकड़ा में चुनाव प्रचार कर रहे थे. बताया जा रहा है कि उनकी रैली बांकड़ा पहुंचते ही तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने गो-बैक का स्लोगन लगाया और काला झंडा दिखाने लगे.

इस बीच रैली को रोकने की भी कोशिश की गयी थी. रैली में शामिल सुरक्षाकर्मियों ने तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को समझाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं माने और थोड़ी देर बाद ही पथराव शुरू कर दिया. इसके बाद दोनों दलों के समर्थकों के बीच मारपीट शुरू हो गयी और इसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने लाठीचार्ज शुरू कर दिया.

खबर मिलते ही अधिक संख्या में पुलिसकर्मी वहां पहुंचे. हालांकि पुलिस मूक-दर्शक ही बनी रही. सुरक्षाकर्मियों ने लाठी चार्ज कर स्थिति को काबू में किया. मालूम रहे कि इस सीट से राजीव बनर्जी विधायक थे. हाल ही में वह तृणमूल कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में शामिल हो गये.

भाजपा ने उन्हें इस सीट से उम्मीदवार भी बना दिया. माना जा रहा है कि यहां पर राजीव बनर्जी व तृणमूल उम्मीदवार कल्याण घोष के बीच कांटे की लड़ाई होने की संभावना है.

पत्थरबाजी तृणमूल कांग्रेस की संस्कृति: राजीव बनर्जी

घटना के बारे में राजीव बनर्जी ने कहा कि पत्थरबाजी करना ही तृणमूल कांग्रेस की संस्कृति है. एक तरफ तृणमूल कांग्रेस रवींद्र संगीत सुनाती है, तो दूसरी ओर हिंसा पर उतारू है. उन्हों‍ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस समझ चुकी है कि उनकी हार तय है. यही कारण है कि वह बौखला गये हैं. तृणमूल उम्मीदवार कल्याण घोष ने पथराव की घटना से इंकार किया है. पूरी घटना मनगढ़ंत है. तृणमूल कार्यकर्ता नहीं, बल्कि स्थानीय जनता विरोध प्रदर्शन कर रहे थे.

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Posted By- Aditi Singh

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