कोलकाता : निर्वाचन आयोग ने बंगाल के सभी संवेदनशील बूथों पर वेबकास्टिंग को अनिवार्य कर दिया है. अब तक के आकलन को मानें, तो पूरे राज्य में ऐसे बूथों की संख्या करीब 50 प्रतिशत है. आयोग ने प्रथम चरण के सभी मतदान केंद्रों को संवेदनशील घोषित कर दिया है.
चुनाव विशेषज्ञों की भी राय है कि जितने ज्यादा बूथों पर वेबकास्टिंग की व्यवस्था होगी, वहां गड़बड़ी की आशंका उतनी ही कम होगी. वेबकास्टिंग होने पर आयोग के अधिकारियों, मुख्य चुनाव अधिकारी कार्यालय, जिला चुनाव अधिकारी, रिटर्निंग अफसर और विशेष पर्यवेक्षकों के कार्यालयों में पूरी मतदान प्रक्रिया का वीडियो के जरिये प्रसारण हो पायेगा.
‘लाइव फीड’ को संरक्षित करके भी रखा जायेगा. आयोग वेबकास्टिंग के लिए पहले ही निविदाएं आमंत्रित कर चुका है. गौरतलब है कि 27 मार्च को पहले चरण के तहत पांच जिलों की 30 सीटों पर मतदान होगा. इनमें 10,288 बूथ शामिल हैं. इस बीच, मंगलवार को पहले दौर के लिए नामांकन की प्रक्रिया पूरी हो गयी. दूसरे चरण के लिए नामांकन चालू है और 12 मार्च तक चलेगा.
दूसरे चरण में चार जिलों की 30 सीटों पर वोट पड़ेंगे. मतदान का समय आधा घंटा बढ़ाया गया है. मतदान सुबह 7:00 बजे से लेकर शाम 6:30 बजे तक चलेगा. गौरतलब है कि आयोग बंगाल में निर्बाध, निष्पक्ष व शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव संपन्न कराने के लिए हरसंभव कदम उठा रहा है. पश्चिम बंगाल में इस बार आठ चरणों में विधानसभा चुनाव होना है.
क्या है वेबकास्टिंग
वेबकास्टिंग देखने लिए हाई स्पीड इंटरनेट कनेक्शन की आवश्यकता होती है क्योंकि यह हाई स्पीड इंटरनेट पर चलता है. वेबकास्टिंग तकनीक के जरिये घर पर या फिर घर से सैंकड़ों किलोमीटर दूर बैठकर आप अपने मोबाइल, लैपटॉप या डेस्कटॉप पर किसी भी जगह का लाइव नजारा देख सकते हैं.
पर इसके लिए हाईस्पीड इंटरनेट कनेक्शन होना जरूरी है. हालांकि इसे कंप्यूटर पर चलाने के लिए इसको चलाने वाला वीडियो सॉफ्टवेयर भी होना जरूरी है. यह ठीक उसी तरह काम करता है , जैसे किसी फिल्म को दिखाने के लिए यू-ट्यूब काम करता है. इसके जरिये लाइव स्ट्रीमिंग देख सकते हैं.
Posted By: Pawan Singh