ममता बनर्जी के मुस्लिमों को एकजुट होकर वोट करने के बयान पर चुनाव आयोग ने टीएमसी प्रमुख को नोटिस भेजा है. इसे लेकर डोमजूर में ममता बनर्जी ने जवाब दिया और कहा कि भले ही मेरे खिलाफ 10 कारण बताओ नोटिस दिये जाएं पर यह मेरे लिए मायने नहीं रखता है. क्योंकि मैने सभी को एकजुट होकर मतदान करने के लिए कहा है इसमें विभाजन की कोई बात नहीं हैं.
ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि आज तक पीएम मोदी के खिलाफ कितनी शिकायतें दर्ज की गयी हैं. जबकि हर रोज पीएम मोदी हिंदू-मुस्लिम करते रहते हैं. साथ ही उन्होंने चुनाव आयोग पर पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाया.
इसके अलावा ममता बनर्जी ने पूछा की उनलोंगो के खिलाफ कितनी शिकायत दर्ज करायी गयी है जिन्होंने नंदीग्राम के मुसलमानों को पाकिस्तानी कहा था. क्या उन्हें यह बोलते हुए शर्म नहीं आयी. इसके साथ ही ममता बनर्जी ने कहा कि वो मेरे खिलाफ कुछ नहीं कर सकते हैं. मैं हिंदुओं, मुसलमानों, सिखों, ईसाइयों और आदिवासियों के साथ हूं.
बता दें कि चुनाव आयोग ने ममता बनर्जी को मुस्लिम वोटबैंक पर दिए गए उनके बयान के लिए बुधवार को 48 घंटे में जवाब देने का नोटिस थमाया है. टीएमसी का आरोपा है कि ने चुनाव आयोग की नोटिस के पीछे बीजेपी की साजिश है. जबकि बीजेपी नेता ममता बनर्जी पर प्रचार में हिंदु-मुस्लिम वोटबैंक को लेकर बयान देने के आरोप लगाते दिख रहे हैं.
टीएमसी सुप्रीमो ने चंडीतल्ला की एक रैली में कहा था कि मुस्लिमों को एकजुट होकर वोट करने चाहिए. सीएम ममता के बयान को लेकर केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी के नेतृत्व में बीजेपी के एक प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग से इस मामले की शिकायत दर्ज कराई थी. आयोग से बीजेपी नेताओं ने मामले में कार्रवाई करने का अनुरोध भी किया था. वहीं पीएम मोदी भी ममता के बयान पर सवाल उठाया था.
केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर आरोप लगाते हुए कहा कि ममता बनर्जी न केवल मतदाताओं को धमका रही हैं, बल्कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए केंद्रीय बलों को भी धमकी दे रही हैं. आयोग से मुलाकात के बाद बीजेपी के प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि ममता बनर्जी मतदाताओं को यह बता रही है कि केंद्रीय बलों के वापस जाने के बाद उनका क्या होगा.
Posted By: Pawan Singh