Bengal Chunav : टीएमसी का दामन थामनेवाली पत्नी सुजाता मंडल को बीजेपी सांसद सौमित्र खान ने भेजा तलाक का नोटिस
Bengal Chunav : कोलकाता : पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव को लेकर जंग तेज होती जा रही है. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के दो दिनों के बंगाल दौरे के बाद सियासी हलचल और बढ़ गयी है. इस दौरान काफी संख्या में नेताओं ने बीजेपी का दामन थामा था. इसके बाद भाजपा को झटका लगा. बीजेपी सांसद सौमित्र खान की पत्नी सुजाता मंडल ने भाजपा छोड़कर तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया. इससे नाराज उनके पति सौमित्र खान ने उन्हें तलाक का नोटिस भेजा है.
Bengal Chunav : कोलकाता : पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव को लेकर जंग तेज होती जा रही है. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के दो दिनों के बंगाल दौरे के बाद सियासी हलचल और बढ़ गयी है. इस दौरान काफी संख्या में नेताओं ने बीजेपी का दामन थामा था. इसके बाद भाजपा को झटका लगा. बीजेपी सांसद सौमित्र खान की पत्नी सुजाता मंडल ने भाजपा छोड़कर तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया. इससे नाराज उनके पति सौमित्र खान ने उन्हें तलाक का नोटिस भेजा है.
सुजाता मंडल के भाजपा को छोड़कर तृणमूल कांग्रेस ज्वाइन करने से उनके पति बीजेपी सांसद सौमित्र खान काफी नाराज हैं. इनकी नाराजगी इस कदर है कि उन्होंने अपनी पत्नी को तलाक का नोटिस भेज दिया है. पत्नी सुजाता मंडल के भाजपा छोड़ने से वे काफी नाराज हैं. कल सोमवार को सौमित्र खान के तलाक वाले बयान पर सुजाता मंडल ने कहा था कि सौमित्र उन्हें पत्नी मानें या नहीं मानें, वे उन्हें पति मानती हैं.
बंगाल में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले जहां टीएमसी में बगावत के कारण अपना कुनबा बचाने में सीएम ममता बनर्जी जुटी हुई हैं वहीं भाजपा भी उन पर हमलावर है. दोनों तरफ से वे उलझीं हुई हैं. इस बीच सुजाता मंडल ने टीएमसी का दामन थाम लिया है. इससे इनके पति भाजपा सांसद सौमित्र खान खासे नाराज हैं. पत्नी के भाजपा छोड़ने के कारण उन्होंने पत्नी को तलाक का नोटिस भेजा है.
आपको बता दें कि भाजपा के सांसद सौमित्र खान की पत्नी सुजाता मंडल ने भाजपा की जीत में अहम भूमिका निभाई थी. उन्होंने बांकुरा में भाजपा के लिए चुनाव प्रचार किया था. इस दौरान तृणमूल कांग्रेस सरकार ने बांकुरा इलाके में इनके प्रवेश करने पर प्रतिबंध लगा दिया था. टीएमसी में शामिल होने के बाद उन्होंने कहा कि वे तपशील जनजाति से आनेवाली दलित महिला हैं. कभी उन्होंने भाजपा के लिए चुनाव लड़ा था, लेकिन अब केवल पार्टी में अवसरवादियों को जगह मिल रही है.
Posted By : Guru Swarup Mishra