मालदा (जितेंद्र पांडेय) – लगभग 50 वर्षों के बाद टीएमसी ने गनी खान चौधरी के गढ़ सुजापुर में सेंधमारी करने में कामयाबी हासिल की है. खबर लिखे जाने तक चुनावी रुझान में टीएमसी कैंडिडेट मो. अब्दुल गनी 49,000 वोटों के साथ कांग्रेस कैंडिडेट इशा खान चौधरी से आगे हैं. मालदा की सुजापुर विधानसभा सीट पर इस परिणाम की किसी राजनीतिक विश्लेषकों ने उम्मीद नहीं थी. हालांकि टीएमसी ने इस सीट पर जीत का दावा पहले ही ठोक दिया था.
टीएमसी ने चुनाव से पहले ही दावा किया था, इस बार सुजापुर की जनता मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को दोनों हाथों से वोट देगी. अंतत: ऐसा ही होता भी दिख रहा है. बता दें कि ममता बनर्जी ने भी मालदा की जनता से अपील की थी और एक बार जीत दिलाने के लिए भी लगातार प्रचार कर रही थी. आखिरकार, मालदा की जनता ममता बनर्जी के साथ आती दिख रही हैं.
मालूम हो कि, अल्पसंख्यक बहुल सुजापुर विधानसभा सीट लंबे समय से कांग्रेस के कब्जे में थी. इस बार यह सीट टीएमसी के कब्जे में जाती दिख रही हैं. राजनैतिक जानकारों की मानें तो अल्पसंख्यक समुदाय इस बार बीजेपी के खिलाफ एकजुट हुई हैं. इस बार अल्पसंख्य समुदाय ने टीएमसी पर भरोसा जताया है. इस सीट के समीकरण के बारे में बता दें कि गनी खान चौधरी की राजनीति सफर सुजापुर की मिट्टी से हुई थी.
यहां से गनी खान चौधरी और कांग्रेस के टिकट पर कोई भी कैंडीडेट कभी नहीं हारी हैं. लेकिन इस बार का परिणाम कुछ अलग देखने को मिलने की उम्मीद है. चुनावी रुझान में टीएमसी की बढ़त पर टीएमसी की जिला अध्यक्ष और पूर्व सांसद मौसुम बेनजीर नूर ने कहा, टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने मालदा में जमकर चुनाव प्रचार किया था जिसका जनता ने जवाब दिया है.
इस बार मालदा के लोगों ने मुख्यमंत्री को समर्थन दिया है. हमें यह भी खुशी है कि मालदा की 12 सीटों में से 8 से 9 सीटें टीएमसी को मिलने जा रही हैं. हालांकि, सुजापुर के कांग्रेस कैंडिडेट ईशा खान चौधरी ने कहा, उन्हें जनता के फैसले के बारे में कुछ नहीं कहना है. उनके मुताबिक लोगों ने जो अच्छा समझा वो किया है.
Posted by : Babita Mali