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तीन साल पुराने मामले में शुभेंदु अधिकारी पर कसने लगा शिकंजा, सीआईडी की टीम कांथी पहुंची

West Bengal News| Suvendu Adhikari| West Bengal CID News|: बॉडीगार्ड की मौत मामले में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता शुभेंदु अधिकारी पर शिकंजा कसने लगा है. सीआईडी की टीम ने बुधवार को कांथी में उनके आवास शांतिकुंज के बाहर स्थित बैरक में एक घंटे तक जांच की. इस दौरान शुभेंदु के भाई सांसद दिव्येंदु अधिकारी (Dibyendu Adhikari) ने सीआईडी (CID) के अधिकारियों से बातचीत की.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 14, 2021 6:03 PM

कोलकाताः तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का दामन थामने वाले शुभेंदु अधिकारी की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं. पूर्व बॉडीगार्ड शुभव्रत चक्रवर्ती की संदेहास्पद परिस्थितियों में मौत के मामले में बंगाल विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु पर लगातार शिकंजा सकता जा रहा है. बंगाल सीआईडी की एक टीम ने बुधवार को कांथी जाकर उनके सांसद भाई दिव्येंदु अधिकारी से पूछताछ की.

शुभेंदु अधिकारी के पूर्व बॉडीगार्ड शुभव्रत ने 13 अक्टूबर 2018 को कथित तौर पर अपनी ही रिवॉल्वर से आत्महत्या कर ली थी. शुभव्रत की पत्नी सुपर्णा कांजीलाल चक्रवर्ती की शिकायत के आधार पर इस मामले में नये सिरे से प्राथमिकी दर्ज की गयी है. इसकी जांच का जिम्मा सीआईडी को सौंपा गया है. सीआईडी ने जांच शुरू भी कर दी है.

शुभव्रत की पत्नी सुपर्णा ने अपनी नयी शिकायत में आरोप लगाया है कि उनके पति की मौत के पीछे कोई षड्यंत्र था. जब उनके पति की मौत हुई, उस समय शुभेंदु अधिकारी तृणमूल कांग्रेस में थे और परिवहन मंत्री थे. उनके जैसे कद्दावर नेता के खिलाफ उनकी मुंह खोलने की हिम्मत नहीं हुई. इसलिए उस वक्त वह चुप रहीं. अब समय बदला है. इसलिए शिकायत करने का साहस जुटा पायीं हैं.

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शुभव्रत चक्रवर्ती की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत की जांच शुरू करते ही सीआईडी की टीम सीधे शुभेंदु अधिकारी के घर पहुंची. यहां शुभेंदु के सांसद भाई दिव्येंदु अधिकारी ने सीआईडी के सवालों के जवाब दिये. दरअसल, कांथी के जिस शांतिकुंज में अधिकारी परिवार रहता है, उसके सामने वाले बैरक में शुभव्रत ने कथित तौर पर अपने ही हथियार से गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी.

सीआईडी की टीम उस बैरक में पहुंची. जब टीम पहुंची, तो वहां शुभेंदु मौजूद नहीं थे. उनके भाई दिव्येंदु, जो तमलूक से लोकसभा के सांसद हैं, ने बैरक में जाकर सीआईडी की टीम से बातचीत की. सीआईडी के अधिकारी करीब एक घंटा तक उस बैरक में जांच-पड़ताल करते रहे. 13 अक्टूबर को इसी बैरक में प्वाइंट ब्लैंक रेंज से शुभव्रत के सिर में गोली लगी थी. अगले दिन यानी 14 अक्टूबर को शुभेंदु के बॉडीगार्ड की कोलकाता के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में मौत हो गयी थी.

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पौने तीन साल पुराने इस मामले की जांच सीआईडी ने सोमवार को शुरू की. पूर्वी मेदिनीपुर जिला के महिषादल स्थित सरबेड़िया गांव में सुपर्णा के घर जाकर सीईआईडी के चार सदस्यीय दल ने उससे पूछताछ की. सुपर्णा और उसके जेठ देवव्रत चक्रवर्ती (शुभव्रत के बड़े भाई) से सीआईडी के अधिकारियों ने करीब 5 घंटे तक पूछताछ की थी.

बाद में इस टीम ने शुभव्रत के चचेरे भाई और महिषादल के तृणमूल विधायक तिलक चक्रवर्ती से भी पूछताछ की थी. दरअसल, शुभेंदु ने सबसे पहले तिलक को ही फोन किया था कि उनके बॉडीगार्ड शुभव्रत को गोली लग गयी है. बुधवार को यह टीम सबसे पहले कांथी थाना पहुंची. यहां शुभव्रत के साथ काम कर चुके ऐसे लोगों से बातचीत की, जो पहले शुभेंदु के बॉडीगार्ड रह चुके हैं.

Posted By: Mithilesh Jha

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