मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के पूर्व सांसदों सुजन चक्रवर्ती और सामिक लहरी समेत पार्टी नेताओं की मंगलवार को दक्षिण 24 परगना जिले के जयनगर में पुलिस के साथ धक्का-मुक्की हुई जहां एक दिन पहले तृणमूल कांग्रेस के एक स्थानीय नेता की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. पार्टी समर्थकों और ग्रामीणों के साथ दोगचिया गांव जा रहे माकपा नेताओं को पुलिस ने रोक लिया था.जयनगर में बामुनगाची के तृणमूल कांग्रेस के क्षेत्रीय अध्यक्ष सैफुद्दीन लस्कर की हत्या के बाद इस गांव में कई मकानों में तोड़-फोड़ की गई थी और कुछ घरों को आग के हवाले कर दिया गया था.
गांव जाने से रोके जाने पर सुजन चक्रवर्ती ने आरोप लगाया कि पुलिस भेदभाव कर रही है. मौके पर मौजूद एक पुलिस अधिकारी ने कहा, हम प्रशासनिक कारणों से बाहरी लोगों को जाने की अनुमति नहीं देंगे. इसके बाद माकपा नेताओं ने आगे बढ़ने की कोशिश की और धक्कामुक्की शुरू हो गई. ग्रामीणों ने दावा किया कि हत्या की घटना के बाद उनके घरों में तोड़फोड़ की गई क्योंकि वे माकपा समर्थक हैं.
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स्थानीय तृणमूल कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि लस्कर की हत्या के पीछे माकपा का हाथ है. वहीं, चक्रवर्ती ने आरोप लगाया कि लस्कर की हत्या तृणमूल कांग्रेस के आंतरिक कलह का परिणाम है और माकपा का इससे कोई लेना-देना नहीं है. हत्या की घटना के तत्काल बाद इलाके से एक कथित हमलावर को पकड़ लिया गया और लोगों ने पीट-पीटकर उसकी हत्या कर दी, वहीं एक अन्य हमलावर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार आरोपी को मंगलवार को बरुईपुर अदालत में पेश किया गया जहां उसे 10 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया.
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