अब ‘डिजिटल मोड’ में प्रचार, PM मोदी के लिए ‘अपार जनसमूह’ का जिक्र करना भी मुश्किल, ममता भी नहीं करेंगी रैली
Bengal Corona Update: पश्चिम बंगाल में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों को देखते हुए राजनीतिक दलों, खासकर बीजेपी, ने डिजिटल मोड में प्रचार करने का फैसला लिया है. छह चरणों के प्रचार में नेताओं की रैली, रोड शो में तमाम गाइडलाइंस का उल्लंघन किया गया. इसी बीच टीएमसी और कांग्रेस ने बाकी बचे चरणों को मर्ज करने की मांग भी की. दूसरी तरफ चुनाव आयोग ने प्रचार के लिए नई गाइडलाइंस भी जारी कर दी. अब, राज्य में बाकी बचे दो फेज के लिए डिजिटल मोड में प्रचार पर जोर दिया गया है. इसमें पीएम मोदी की रैली को भी शामिल किया गया है. वहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पश्चिम बंगाल में चुनाव प्रचार को ना कह दिया है.
Bengal Corona Update: पश्चिम बंगाल में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों को देखते हुए राजनीतिक दलों, खासकर बीजेपी, ने डिजिटल मोड में प्रचार करने का फैसला लिया है. छह चरणों के प्रचार में नेताओं की रैली, रोड शो में तमाम गाइडलाइंस का उल्लंघन किया गया. इसी बीच टीएमसी और कांग्रेस ने बाकी बचे चरणों को मर्ज करने की मांग भी की. दूसरी तरफ चुनाव आयोग ने प्रचार के लिए नई गाइडलाइंस भी जारी कर दी. अब, राज्य में बाकी बचे दो फेज के लिए डिजिटल मोड में प्रचार पर जोर दिया गया है. इसमें पीएम मोदी की रैली को भी शामिल किया गया है. वहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पश्चिम बंगाल में चुनाव प्रचार को ना कह दिया है.
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पीएम मोदी की रैली में नहीं दिखेगी ‘भारी भीड़’
पश्चिम बंगाल में बढ़ते कोरोना संक्रमण और चुनाव प्रचार में उड़ती गाइडलाइंस की धज्जियों के बीच चुनाव आयोग ने नई गाइडलाइंस जारी की है. इसी बीच बाकी बचे दो चरणों के प्रचार के लिए बीजेपी ने पीएम मोदी की रैली को छोटा करने का फैसला लिया है. पहले पीएम मोदी अपनी हर रैली में ‘अपार जनसमूह’, ‘लोग ही लोग’ जैसे शब्दों का जिक्र करते दिखते थे. लेकिन, अब ऐसा करना मुश्किल हो गया है, क्योंकि, बीजेपी पीएम मोदी की रैली में महज 500 लोगों को आने की इजाजत देगी. पार्टी ने 6 करोड़ मास्क और सैनेटाइजर बांटना भी शुरू किया है.
बिहार की तरह पश्चिम बंगाल में चुनाव प्रचार
बीजेपी ने पश्चिम बंगाल में बिहार की तर्ज पर चुनाव प्रचार करने का फैसला लिया है. पीएम मोदी सातवें और आठवें चरण के लिए 23 अप्रैल को मालदा, मुर्शिदाबाद, सिवली के अलावा दक्षिण कोलकाता में चार रैलियां करेंगे. खास बात यह है कि चारों रैली पूरी तरह डिजिटल मोड में होगी. हर विधानसभा में बड़ी-बड़ी स्क्रीन से लोगों को पीएम मोदी के भाषण को लाइव दिखाने की व्यवस्था की गई है. बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान भी बीजेपी ऐसा कर चुकी है. पार्टी सूत्रों के मुताबिक राज्य में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच ऐसा फैसला लिया गया है.
राहुल गांधी ने चुनावी सभाओं को कहा- ना
पश्चिम बंगाल में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों को देखते हुए राहुल गांधी ने भी चुनावी रैलियों से दूरी बना ली है. चार चरणों के बाद राहुल गांधी एक दिन ही पश्चिम बंगाल में रैलियां करने आए थे. राहुल गांधी ने दो चुनावी सभाओं को संबोधित किया और बाद में आगे रैलियां नहीं करने का एलान कर डाला. रैलियों को रद्द करने के बाद राहुल गांधी ने कहा था- ‘राज्य में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए रैलियों को रद्द करने का फैसला लिया गया है. दूसरे दल भी बड़े पैमाने पर रैलियों को आयोजित करने पर पुनर्विचार करें.’ जबकि, केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद का कहना है कि राहुल गांधी ने पहले ही हार मान ली है और वो बंगाल में रैलियां नहीं करने वाले हैं.
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टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी का भी एलान
पश्चिम बंगाल की सीएम और टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने भी बंगाल चुनावी में रैली नहीं करने की बात कही है. टीएमसी सूत्रों का कहना है कि सीएम ममता बनर्जी सातवें और आठवें फेज के लिए कोलकाता में चुनाव प्रचार नहीं करेंगी. बता दें पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 8,000 से ज्यादा मामले रिकॉर्ड किए गए हैं. सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमण के 2,000 से अधिक मामले राजधानी कोलकाता में दर्ज किए गए हैं. कोलकाता में सातवें और आठवें चरण में वोटिंग होगी.