पश्चिम बंगाल विधान सभा चुनाव के लिए पहले चरण का चुनाव प्रचार गुरुवार शाम समाप्त हो गया. प्रचार के आखिरी दिन बीजेपी,टीएमसी समेत सभी दलों ने धुआंधार प्रचार किया. बीजेपी ने आज आखिरी दिन अमित शाह, योगी आदित्यनाथ, राजनाथ सिंह, मनोज तिवारी, गौतम गंभीर और मिथुन चक्रवर्ती जैसे स्टार प्रचारकों को मैदान में उतारा था. वहीं टीएमसी ने भी आखिरी दिन पूरी ताकत झोंक दी. ममता बनर्जी और अभिषेक बनर्जी ने ताबड़तोड़ सभाएं की.
अमित शाह ने चार रैलियों को संबोधित किया. योगी आदित्यनाथ ने तीन रैलियों को संबोधित किया. राजनाथ सिंह ने तीन रैलियां की. मनोज तिवारी, गौतम गंभीर और मिथुन चक्रवर्ती ने भी तीन तीन रैलियों को संबोधित किया. टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने चार रैलियां की और अभिषेक बनर्जी ने भी तीन रैलियां की. दोनों ही दलों के नेताओं ने लोगों से अपनी पार्टी के लिए वोट देने की अपील की.
30 विधानसभा और पांच जिले
पहले चरण के चुनाव में 30 विधानसभा सीटों को लिए 27 मार्च को वोट डाले जाएंगे. पांच जिलों के 30 विधानसभा क्षेत्रों में यह चुनाव होगा. इनमें पुरुलिया, बांकुड़ा, झारग्राम, पूर्वी मेदिनीपुर और पश्चिमी मेदिनीपुर शामिल हैं. पहले चरण के चुनाव में 30 सीटों के लिए 191 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं. 2016 के चुनाव में इन 30 विधानसभा सीटों में से 27 पर टीएमसी उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की थी. दो सीट पर कांग्रेस और एक सीट पर आरसएपी ने जीत हासिल की थी.
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क्या रहे मुद्दे
पहले चरण के चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी और टीएमसी के बीच जम कर आरोप प्रत्यारोप लगे. ममता बनर्जी ने बाहरी भीतरी का मुद्दा उठाया. पीएम मोदी ने पुरुलिया में जल संकट का मुद्दा उठाया. इसके अलावा ममता बनर्जी पर बीजेपी नेताओं ने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी ने बंगाल की जनता को केंद्रीय योजनाओं के लाभ से वंचित रखा. ममता बनर्जी के पैर में लगी चोट का मामला भी उठा. मामला चुनाव आयोग तक पहुंचा. चुनाव आयोग द्वारा अधिकारियों के तबादले को लेकर राजनीतिक बयानबाजी खूब हुई.
Posted By: Pawan Singh