Bengal Election 2021: बंगाल विधानसभा चुनाव में बीजेपी और टीएमसी में मुकाबला की बात हो रही है लेकिन इन दोनों के साथ ही संयुक्त मोर्चा भी अपना दमखम दिखा रही हैं. बंगाल की हाॅटसीट पर जहां एक तरफ टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी और दूसरी तरफ बीजेपी के कद्दावर नेता शुभेंदु अधिकारी है.वहीं संयुक्त मोर्चा की लेफ्ट ने मीनाक्षी मुखोपाध्याय को नंदीग्राम सीट पर खड़ा कराया. जामुड़िया विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रही लेफ्ट की आइशी घोष मीनाक्षी को अपना आदर्श मानती है.
आज नंदीग्राम सहित 30 सीटों पर चुनाव हुआ है.नंदीग्राम सीट से लेफ्ट कैंडिडेट मीनाक्षी मुखोपाध्याय ने अपना भी दमखम लगाया है. मीनाक्षी की इस लड़ाई को देखते हुए जामुड़िया विधानसभा सीट से लेफ्ट की कैंडिडेट आइशी घोष उन्हें अपना आदर्श मानती है. दोनों ही जेएनयू से है और दोनों ही जेएनयू छात्र आंदोलन में एक-दूसरे के साथ खड़ी रही है. नंदीग्राम में चुनाव के दिन ही आइशी घोष ने अपना नामांकन दाखिल किया है.
नामांकन दाखिल करने के दौरान आइशी घोष के साथ मीनाक्षी मुखोपाध्याय के पिता मनोज मुखोपाध्याय भी मौजूद रहे. आसनसोल जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय में नामांकन दाखिल करने के बाद आइशी घोष ने कहा नंदीग्राम से चुनाव लड़ रही मीनाक्षी दीदी मेरे लिए आदर्श है. उन्हें सब समय ही गलत के खिलाफ लड़ाई करते हुए देखा है. नवान्न अभियान हो या चुनाव का मैदान, वो हमेशा सक्रिय रही हैं. उनकी इस लड़ाई को देखकर मुझे ताकत मिलती है.
वहीं आइशी घोष ने बीजेपी और टीएमसी पर तंज कसा. उन्होंने कहा वोट देना लोगों का गणतंत्र अधिकार है. दस सालों से जो अराजकता बंगाल में चल रही है, उसका जवाब देने का वक्त आ गया है. अब बंगाल की जनता जवाब देगी. वहीं आइशी घोष के साथ पहुंचे मीनाक्षी मुखोपाध्याय के पिता मनोज मुखोपाध्यान ने कहा, मीनाक्षी की तरह आइशी भी उनकी बेटी है. आदर्श की लड़ाई में वो हर समय पार्टी के साथ खड़े रहते हैं.
बता दें कि लेफ्ट ने जामुड़िया से सीटिंग विधायक का टिकट काटकर जेएनयू छात्रसंघ की अध्यक्ष आईशी को टिकट दिया है. मालूम हो कि जेएनयू छात्र आंदोलन से आइशी घोष चर्चा में आयी थी. छात्र राजनीति से पहली बार वो सक्रिय राजनीति में कदम रख रही है. वहीं जामुड़िया सीट से टीएमसी ने हरेराम सिंह को मैदान में उतारा है जबकि बीजेपी की तरफ से तापस राय को कैंडिडेट बनाया गया है.
Posted by : Babita Mali