Bengal Election 2021: पांचवें चरण की वोटिंग से पहले TMC की बढ़ी मुश्किलें, मदन मित्र के बेटे और मानस भुइयां को ED ने बुलाया
west bengal election 2021 Enforcement directorate give notice to tmc candidate Madan Mitra's son and Manas Bhuniya : बंगाल में शनिवार को पांचवें चरण की वोटिंग हैं. बंगाल में बीजेपी की बढ़ते जनाधार को लेकर टीएमसी पहले से ही दबाव में हैं, अब पांचवें चरण की वोटिंग के पहले चिटफंड मामले में कमरहट्टी विधानसभा सीट से टीएमसी कैंडिडेट मदन मित्र के बेटे को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों ने पूछताछ के लिए तलब किया हैं. साथ ही सबांग विधानसभा सीट से टीएमसी कैंडिडेट मानस भुइयां को भी नोटिस भेजकर ईडी दफ्तर बुलाया गया है.
Bengal Election 2021: बंगाल में शनिवार को पांचवें चरण की वोटिंग हैं. बंगाल में बीजेपी की बढ़ते जनाधार को लेकर टीएमसी पहले से ही दबाव में हैं, अब पांचवें चरण की वोटिंग के पहले चिटफंड मामले में कमरहट्टी विधानसभा सीट से टीएमसी कैंडिडेट मदन मित्र के बेटे को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों ने पूछताछ के लिए तलब किया हैं. साथ ही सबांग विधानसभा सीट से टीएमसी कैंडिडेट मानस भुइयां को भी नोटिस भेजकर ईडी दफ्तर बुलाया गया है.
जानकारी के अनुसार आइकोर चिटफंड मामले में धन शोधन की जांच कर रही प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उन दोनों को तलब किया हैं. सबांग से टीएमसी कैंडिडेट मानस भुइयां को ईडी ने नोटिस भेजी हैं.उन्हें 19 अप्रैल को साल्टलेक के सीजीओ काम्प्लेक्स स्थित ईडी दफ्तर में हाजिर होने को कहा गया है. वहीं उत्तर 24 परगना के कमरहट्टी से टीएमसी कैंडिडेट मदन मित्र के बेटे स्वरूप मित्र को ईडी ने समन भेजा है, उन्हें 23 अप्रैल को हाजिर होने को कहा गया है.
मालूम हो कि इससे पहले इस मामले में राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी और पूर्व पार्षद बाप्पादित्य दासगुप्ता को भी तलब किया गया हैं. उन्हें 14 अप्रैल को समन भेजा गया था. जांच एजेंसी के सूत्रों ने बताया, आईकोर चिटफंड कंपनी के कार्यक्रम में मानस भुइयां और मदन मित्र के बेटे ने शिरकत की हैं. वहीं आईकोर चिटफंड के कर्णधार अनुकूल माइती की पत्नी से पूछताछ के बाद इनके बारे में कई सारे तथ्य सामने आये हैं. इसके बाद ही पूछताछ के लिए उन दोनों को तलब किया गया हैं.
गौरतलब है कि करीब 12 साल पहले सारधा, रोजवैलि चिटफंड कंपनियों के साथ आईकोर ने भी पश्चिम बंगाल में अपनी जड़े जमायी थी और अधिक रिटर्न के नाम पर लाखों निवेशकों से करोड़ों रुपये उगाहे थे. इसके बाद निवेशकों के रुपये लेकर चंपत हो गये थे. जब निवेशकों के रुपये नहीं लौटाये गये तब उक्त चिटफंड के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था.
2015 में राज्य की सीआईडी ने इसकी जांच शुरू की थी और कंपनी के मालिक अनुकूल माइती की पत्नी और दो निदेशकों को गिरफ्तार किया था. बाद में उन्हें जमानत दे दी गई थी. वहीं सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर सीबीआई ने जब चिटफंड मामलों की जांच शुरू की तब आईकोर को भी सूची में शामिल कर लिया गया था और ओडिशा से अनुकूल माइति को सीबीआई ने गिरफ्तार किया था. वहीं अब इस चिटफंड मामले में धन शोधन की जांच कर रही ईडी की टीम ने जांच को आगे बढ़ाया हैं और एक के बाद एक, लोगों को पूछताछ के लिए तलब कर रही हैं.
Posted by : Babita Mali