टीएमसी सरकार में मंत्री और ममता बनर्जी के करीबी फिरहाद हकीम पर चुनाव आयोग की गाज गिर सकती है. सेंट्रल फोर्सेस और भारतीय जनता पार्टी पर दिये गये विवादास्पद बयान के खिलाफ बीजेपी ने चुनाव आयोग से फिरहाद हकीम की शिकायत की है. बीजेपी ने फिरहाद हकीम को डिबार करने की मांग की है साथ ही कहा है कि टीएमसी नेता को सेंसर किया जाए ताकि वो बाकी बचे चरणों के चुनाव के लिए प्रचार नहीं कर पायें. बीजेपी ने फिरहाद हकीम पर आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन करने का आरोप लगाया है.
दरअसल सोशल मीडिया पर फिरहाद हकीम का वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वो बीजेपी के खिलाफ अपशब्दों का प्रयोग कर रहे हैं. एक वीडियो में दिखाया गया है कि एक ओपेन जीप में फिरहाद हकीम घूम रहे हैं इस दौरान वो चिल्ला कर बीजेपी के खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं.
इससे पहले भी बीजेपी आईटी सेल के अध्यक्ष और बंगाल बीजेपी के सह प्रभारी अमित कुमार मालवीय ने ट्वीट कर फिरहाद हकीम का एक वीडियो शेयर कर किया था. जिसमें एक ओपेन जीप से बात करते हुए फिरहाद हकीम सेंट्रल फोर्सेस के खिलाफ अपशब्दों का प्रयोग कर रहे हैं.
हालांकि इन आरोपों से पल्ला झाड़ते हुए फिरहाद हकीम ने कहा कि उन्होंने ऐसी कोई भी विवादास्पद बात नहीं कही है. आरोपो के विपरीत उन्होंने बीजेपी आईटी सेल पर आरोप लगाया है कि बीजेपी उनके बयान को तोड़ मरोड़ कर दिखा रही है. उन्होंने कहा कि जब भी चुनाव आता है कि बीजेपी आईटी सेल के लोग इस तरह का वीडियो वायरल करते हैं. वायरल वीडियो पर फिरहाद हकीम ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी के लोग उनके साथ असभ्य तरीके से पेश आ रहे थे, और अपशब्दों का प्रयोग कर रहे थे. जबकि वायरल वीडियो में ऐसा दिखाया गया है जैसे उन अपशब्दों का प्रयोग फिरहाद हकिम कर रहा है, जबकि वास्तव में अपशब्द का प्रयोग बीजेपी के लोग कर रहे थे। फिरहाद हकीम ने साफ कहा कि उन्होंने कोई अपशब्द नहीं कहा है.
कूचबिहार के शीतलकुची घटना के बाद CISF लागातार टीएमसी नेताओं के निशाने पर है. खुद सीएम ममता बनर्जी सीआईएसएफ के खिलाफ मुकदमा दायर करने और जांच की बात कह चुकीं हैं. गौरतलब है कि कूचबिहार के शीतलकुची में चौथे चरण के मतदान के दिन सीआईएसएफ के फायरिंग में चार मतदाताओं की मौत हो गई थी.
Posted By: Pawan Singh