बीरभूम में कड़ी सुरक्षा के बीच अंतिम दौर का मतदान जारी, नानूर और मंगलकोट में विशेष सतर्कता
Bengal Election 2021 last phase voting continues in birbhum : पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के अंतिम चरण का मतदान जारी है. बीरभूम जिले के नानूर में भी वोट डाले जा रहे हैं. इस बीच यहां से हिंसक घटनाओं की भी खबरे सामने आ रही है. आरोप है कि पालीग्राम के बारग्राम इलाके में टीएमसी एजेंट की पिटाई की गयी है. हमला करने का आरोप बीजेपी पर लगाया गया है. इसके बाद से ही इलाके में तनाव का माहौल बना हुआ है.
पानागढ़ (मुकेश तिवारी) : पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के अंतिम चरण का मतदान जारी है. बीरभूम जिले के नानूर में भी वोट डाले जा रहे हैं. इस बीच यहां से हिंसक घटनाओं की भी खबरे सामने आ रही है. आरोप है कि पालीग्राम के बारग्राम इलाके में टीएमसी एजेंट की पिटाई की गयी है. हमला करने का आरोप बीजेपी पर लगाया गया है. इसके बाद से ही इलाके में तनाव का माहौल बना हुआ है.
इससे पहले भी अजय नदीं के तट पर असामाजिक तत्वों का जमावड़ा देखा गया था इस के बाद से ही आज हो रहे मतदान में विशेष सतर्कता बरती जा रही है. गौरतलब है कि मतदान की घोषणा के बाद से ही विभिन्न अभियानों में नानूर से लगभग एक हजार बम बरामद किए गए थे. शायद यही वजह रही की चुनाव आयोग यहां शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराने को लेकर चिंतित था.
यहां किसी भी तरह से चुनावी हिंसा को रोकने के लिए खास इंतजाम किये गये हैं. अजय नदी पर स्थित लोखंडदास पुल में सख्त निगरानी की जा रही है. स्थानीय लोगों का कहना है कि अजय नदीं के किनारे 30 से अधिक गैरकानूनी और अवैध बालू के घाट हैं, इन पर नजर रखी जा रही है.
जानकार बताते हैं कि अगर बालू घाट आने वाले लॉरी और डंपरों पर नजर नहीं रखी गई तो बड़ी घटनाएं हो सकती हैं. साल 2016 में इस सीट पर सीपीएम का कब्जा था. इस बार टीएमसी और बीजेपी ने यहां के मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है. प्रचार अभियान के दौरान भी यह खूब चर्चा में आया था. अभियान के दौरान, नानूर के निवर्तमान सीपीएम विधायक को हाथ काटने की धमकी दी गई थी. फिर से, यहां मिनी पाकिस्तान पर सवाल उठाते हुए देखा गया है.
चुनाव के दौरान यहां किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को रोकने के लिए पूरी तैयारी की गयी है. टीएमसी के नेता केंद्रीय बलों की मौजूदगी में हंगामा कर सकते हैं इसे लेकर भी सख्त इंताजम किये गये हैं. बालू घाटों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है क्योंकि यहां पर टीएमसी के कार्यकर्ताओं का कब्जा है. जो चुनाव परिणाम के दिन हंगामा फैला सकते हैं. स्थानीय लोगों का दावा है कि हर वोट में इन बालू के घाट में बमों की आपूर्ति देखी गई है.
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2016 के चुनाव को लेकर कहा जाता है कि इस सीट पर टीएमसी के लोगों ने बूथ लूटने की कोशिश की थी लेकिन वो नाकाम रहे थे. सीपीएम ने यहां जीत दर्ज की थी. ऐसी स्थिति में, नानुर में मतदान के दौरान, यानी गुरुवार को, मंगलकोट में सभी जगहों पर अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है.
Posted By: Pawan Singh