Bengal Election 2021 News: चुनावी मौसम में कोरोना संकट बेअसर, सभी होटल बुक, लगातार बढ़ रही कमरे की डिमांड
Bengal News in Hindi: कोरोना महामारी और उसकी रोकथाम के लिये लगाये गये ‘लॉकडाउन’ का राज्य समेत पूरे देश के होटल उद्योग पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा था. लेकिन अब यह क्षेत्र फिर से पटरी पर आने की कोशिश कर रहा है. जिसमें कि इसे फिर लाभ में लाने का सबसे ज्यादा अहम हाथ यहां हो रहे विधानसभा के चुनावों का है.
दुर्गापुर: राज्य में विधानसभा चुनाव की धूम मची है. चुनाव के कारण देश के विभिन्न हिस्से से राजनीतिक दलों के लोगों के साथ अन्य लोगों का यहां आना हो रहा है. जो होटल उद्योग के लिये वरदान साबित हो रहा है. कोरोना महामारी और उसकी रोकथाम के लिये लगाये गये ‘लॉकडाउन’ का राज्य समेत पूरे देश के होटल उद्योग पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा था.
शिल्पांचल में भी इसका काफी असर हुआ. होटल उद्योग से जुड़े लोगों को वित्तीय संकट से जूझना पड़ा. लेकिन अब यह क्षेत्र फिर से पटरी पर आने की कोशिश कर रहा है. जिसमें कि इसे फिर लाभ में लाने का सबसे ज्यादा अहम हाथ यहां हो रहे विधानसभा के चुनावों का है. होटल एंड रेस्तरां से जुड़े लोगों से मिली जानकारी के अनुसार राजनीतिक दलों के नेताओं तथा अन्य लोगों की चुनाव सबंधित यात्राओं के कारण होटल में कमरों की बुकिंग की मांग बढ़ी है. कमरों की अच्छी मांग है. इससे उद्योग को पटरी पर आने में मदद मिल रही है.
होटल सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मुख्य रूप से कमरों की मांग भाजपा नेताओं की तरफ से है. उनके शीर्ष और दूसरे नेता चुनाव संबंधित कार्यों से यहां ठहर रहे हैं. इसके अलावा उनके समर्थक भी काफी संख्या में आकर होटलों में ठहर रहे हैं. शहर के सिटी सेंटर इलाके में तीन बड़े होटल हैं, जहां कमरों की मांग अधिक है. इनमें होटल सिटी रेसिडेंसी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को खास पसंद है.
वे जब भी दुर्गापुर व इसके पासवर्ती बाकुड़ा, पुरुलिया इलाके का दौरा करती हैं, तो इसी होटल में रुकना पसंद करती हैं. गौरतलब है कि कोरोना महामारी के कारण देश के होटल और पर्यटन क्षेत्र पर काफी प्रतिकूल प्रभाव पड़ा. उद्योग बाजार में टिके रहने और पटरी पर आने के लिये सरकार से समर्थन की उम्मीद कर रहा है. इस समय लगभग सभी जगहों पर होटल में कमरों की मांग देखी जा रही है.
चुनाव प्रचार के लिए कई राज्यों के लोग यहां आकर प्रचार कार्य में लगे हैं, ऐसे में जब यहां इन होटलों में सेवा दे रहे लोगों से बात की गई तो उनका कहना था कि भगवान करे यह चुनाव सालभर होते रहे या इसी प्रकार के आयोजनों का किसी ना किसी रूप में कार्य सामने आए. जिससे की आर्थिक मंदी का मुंह ना देखना पड़े और रोजगार सलामत रहे.
Posted By: Aditi Singh