Bengal Chunav 2021: BJP के दीवार लेखन पर गोबर पोतने और अश्लील शब्द लिखे जाने पर इलाके में तनाव, टीएमसी पर आरोप
west bengal election 2021 Tension in the area over cow dung and vulgar words on BJP's wall writing : बंगाल के पश्चिम बर्दवान जिले के कांकसा थानांतर्गत त्रिलोकचन्द्रपुर गांव में बीजेपी कैंडिडेट के समर्थन में की गयी वाॅल पेंटिंग में गोबर पोतने और अश्लील शब्द लिखे जाने का मामला सामने आया हैं. बता दें कि, गलसी विधानसभा सीट के बीजेपी कैंडिडेट के समर्थन में की गयी वाल पेंटिंग पर गोबर पोतने और अश्लील शब्द लिखे जाने को केंद्र कर इलाके में तनाव हैं. इस घटना को लेकर टीएमसी पर आरोप लगाया गया है.
मुकेश तिवारी: बंगाल के पश्चिम बर्दवान जिले के कांकसा थानांतर्गत त्रिलोकचन्द्रपुर गांव में बीजेपी कैंडिडेट के समर्थन में की गयी वाॅल पेंटिंग में गोबर पोतने और अश्लील शब्द लिखे जाने का मामला सामने आया हैं. बता दें कि, गलसी विधानसभा सीट के बीजेपी कैंडिडेट के समर्थन में की गयी वाल पेंटिंग पर गोबर पोतने और अश्लील शब्द लिखे जाने को केंद्र कर इलाके में तनाव हैं. इस घटना को लेकर टीएमसी पर आरोप लगाया गया है.
इस घटना को लेकर शनिवार को कांकसा थाने तथा कांकसा बीडीओ को भी बीजेपी ने लिखित शिकायत की है. जानकारी के मुताबिक, इलाके में बीजेपी कैंडिडेट विकास विश्वास के समर्थन में दीवार लेखन की गयी है. देर रात दीवार लेखन पर गोबर पोत दी गयी थी, जिसका पता शनिवार की सुबह चला. बता दें कि 22 अप्रैल, छठवां चरण में कांकसा विधानसभा सीट पर चुनाव होनी है.
वहीं इलाके में बीजेपी के दीवार लेखन में गाेबर और अश्लील शब्द को लेकर इलाके के बीजेपी समर्थकाें में नाराजगी देखी गयी. वहीं दीवार लेखन में गोबर पोतने औरअश्लील भाषा लिखे जाने पर बीजेपी की कांकसा दो नम्बर मंडल कमेटी की ओर से शिकायत की गयी हैं. इस घटना को लेकर बर्दवान सदर बीजेपी पार्टी के उपाध्यक्ष रमन शर्मा ने तीव्र निंदा की है. उन्होंने कहा, जिस तरह से बीजेपी कैंडिडेट के समर्थन में लिखे वाल पेंटिंग पर गोबर और कीचड़ डालकर खराब किया गया और गाली-गलौज जैसी अश्लील शब्दों का व्यवहार किया गया है, उसकी मैं तीव्र निंदा करता हूं. रमन शर्मा ने इस घटना के पीछे टीएमसी के गुंडों का हाथ बताया हैं.
वहीं इस घटना को लेकर टीएमसी पार्टी अध्यक्ष देवदास बक्शी ने टीएमसी का हाथ होने से इनकार किया हैं. उन्होंने कहा यह घटना बीजेपी के आपसी विवाद का नतीजा है. नये और पुराने बीजेपी समर्थकों में इससे पहले भी विवाद देखी गयी हैं. हालांकि इसको लेकर बीजेपी की तरफ से खुलकर कुछ नहीं बताया गया है. मालूम हो कि चुनाव से पहले कैंडिडेट्स के नामों को लेकर पुराने और नये बीजेपी समर्थकों में नाराजगी देखी गयी थी. कुछ बीजेपी समर्थकों ने पुराने बीजेपी नेताओं को टिकट नहीं दिये जाने पर असंतोष जाहिर की थी.
Posted by : Babita Mali