उत्तर दिनाजपुर जिले के इस निर्दलीय कैंडिडेट ने TMC, BJP और संयुक्त मोर्चा को भी पछाड़ा, जानिए क्या है मामला
west bengal election 2021 This independent candidate of North Dinajpur district beat TMC, BJP and United Front in this matter : बंगाल में पांच चरणों की वोटिंग हो चुकी है. 22 अप्रैल को छठे चरण की वोटिंग है. 4 जिलों उत्तर दिनाजपुर, उत्तर 24 परगना, नदिया और पूर्वी बर्दवान की 43 सीटों पर 306 कैंडिडेट्स छठे चरण में अपनी किस्मत आजमाने उतरेंगे. उत्तर दिनाजपुर की 9 विधानसभा सीट पर संयुक्त मोर्चा, बीजेपी और टीएमसी ही नहीं बल्कि निर्दलीय कैंडिडेट्स भी अपना भाग्य आजमायेंगे. हालांकि उत्तर दिनाजपुर में निर्दलीय कैंडिडेट की संपत्ति के आगे बीजेपी, टीएमसी और संयुक्त मोर्चा की संपत्ति कुछ भी नहीं है.
बंगाल चुनाव 2021: बंगाल में पांच चरणों की वोटिंग हो चुकी है. 22 अप्रैल को छठे चरण की वोटिंग है. 4 जिलों उत्तर दिनाजपुर, उत्तर 24 परगना, नदिया और पूर्वी बर्दवान की 43 सीटों पर 306 कैंडिडेट्स छठे चरण में अपनी किस्मत आजमाने उतरेंगे. उत्तर दिनाजपुर की 9 विधानसभा सीट पर संयुक्त मोर्चा, बीजेपी और टीएमसी ही नहीं बल्कि निर्दलीय कैंडिडेट्स भी अपना भाग्य आजमायेंगे. हालांकि उत्तर दिनाजपुर में निर्दलीय कैंडिडेट की संपत्ति के आगे बीजेपी, टीएमसी और संयुक्त मोर्चा की संपत्ति कुछ भी नहीं है.
पश्चिम बंगाल इलेक्शन वाॅच और एसोसियेशन फाॅर डेमोक्रेटिक रिफाॅर्म्स (एडीआर) रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर दिनाजपुर जिले की करनदीघी विधानसभा सीट से निर्दलीय कैंडिडेट विनय कुमार दास ने अपनी चल और अचल संपत्ति 22 करोड़ बतायी है. वहीं जिले के इटाहार विधानसभा सीट से बीजेपी कैंडिडेट अमित कुमार कुंडू 16 करोड़ की संपत्ति के मालिक है. जबकि रायगंज विधानसभा सीट से निर्दलीय कैंडिडेट मंजू दास (मंडल) की संपत्ति सबसे कम 5400 रुपये हैं.
Also Read: TMC सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने एनएन त्रिपाठी को बीरभूम का एसपी बनाने पर उठाए सवाल, पूछा- सरकार से सलाह ली गई थी?
9 सीटों में से रायगंज सीट पर सबसे ज्यादा कैंडिडेट मैदान में
रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर दिनाजपुर जिले की 9 विधानसभा सीटों में रायगंज विधानसभा सीट पर सबसे ज्यादा 12 कैंडिडेट उतरे हैं. वहीं करनदीघी से 11 और कालियागंज विधानसभा सीट से 10 कैंडिडेट्स अपना भाग्य आजमा रहे हैं. हेमताबाद और इटाहार विधानसभा सीट से 8-8 कैंडिडेट्स चुनावी मैदान में हैं. वहीं चाकुलिया विधानसभा सीट पर 6, गोआलपोखर विधानसभा सीट पर 7 और इस्लामपुर और चोपड़ा विधानसभा सीट पर 5-5 कैंडिडेट्स मैदान में हैं.
वहीं इस बार इन 9 सीटों पर संयुक्त मोर्चा कांग्रेस, लेफ्ट और आइएसएफ जीत दर्ज करने उतरी हैं तो बीजेपी के लिए इन सीटों की वैतरणी पार करनी बेहद मुश्किल है. टीएमसी ने भी इन सीटों पर अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. 2016 में इन 9 विधानसभा सीटों पर टीएमसी और लेफ्ट और कांग्रेस में ही सीधा मुकाबला था. इस दौरान टीएमसी को 4 सीट मिली थी जबकि कांग्रेस 3 सीटों पर जीत हासिल कर पायी थी.
Also Read: बंगाल में AIMIM ‘वोटकटवा’ और BJP की बी-टीम, सागरदिघी में ममता ने ‘ओवैसी’ को कह डाला ‘दलाल’
2016 विधानसभा चुनाव में इस 9 सीट में से लेफ्ट और फारवार्ड ब्लाॅक को एक- एक सीट मिली थी. बीजेपी को इस दौरान एक भी सीट हासिल नहीं पायी थी. मगर, 2019 लोकसभा चुनाव में इन सीटों का समीकरण अलग था. उत्तर बंगाल में एक तरफ गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के बिमल गुरूंग ने बीजेपी को सपोर्ट किया था तो दूसरी तरफ लेफ्ट और कांग्रेस समर्थकों की अधिकांश वोट बीजेपी को मिली थी. बीजेपी ने इन 9 सीटों के तीन लोकसभा सीट बालुरघाट, दार्जीलिंग और रायगंज पर कब्जा जमाया था.
Posted by : Babita Mali