Bengal Election 2021: पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के पांचवें चरण के मतदान को लेकर सियासी सरगर्मी देखी जा रही है. दूसरी तरफ बीरभूम जिला के टीएमसी अध्यक्ष अनुब्रत मंडल के विवादित बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. विवादित बयान को लेकर बीजेपी अनुब्रत मंडल पर हमलावर है.
बीजेपी बंगाल के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से अनुब्रत मंडल का वीडियो शेयर करके दो मई को टीएमसी को जवाब देने का दावा भी किया जा रहा है. टीएमसी और बीजेपी के बीच वीडियो को लेकर जारी सियासी आरोप-प्रत्यारोप के पहले बता दें प्रभात खबर किसी भी रूप में सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के सत्यता की पुष्टि नहीं करता है.
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बीजेपी बंगाल के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से बुधवार को टीएमसी नेता अनुब्रत मंडल का एक वीडियो शेयर किया गया है. वीडियो में अनुब्रत मंडल एक सवाल के जवाब में कहते दिख रहे हैं- ‘साल 2011, 2014, 2016, 2019 के चुनावों में हत्याएं हुईं, इस बार भी हो रही हैं.’ अनुब्रत मंडल के बयान पर बीजेपी का जवाब है ‘बंगाल के लोग जानलेवा राजनीति का अंत देखना चाहते हैं. 2 मई को लोग जानलेवा राजनीति के खिलाफ फैसला सुनाएंगे.’
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বাংলার মানুষ এই খুনের রাজনীতির শেষ দেখতে চায়। ২রা মে মানুষ এই খুনোখুনির রাজনীতির বিরুদ্ধে তাদের রায় জানাবে। pic.twitter.com/8nB1zRTTNX
— BJP West Bengal (@BJP4Bengal) April 14, 2021
टीएमसी नेता अनुब्रत मंडल के विवादित बयान पर सोशल मीडिया यूजर्स भी नाराज हैं. कई यूजर्स बीजेपी बंगाल के ट्विटर हैंडल से शेयर वीडियो पर कमेंट करके अनुब्रत मंडल की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं. कई यूजर्स ने अनुब्रत मंडल के विवादित बयान पर नाराजगी भी दिखाई. एक यूजर ने लिखा- ‘इन्हें जेल में नौकरी देनी चाहिए. यह समाज के लिए अच्छा होगा.’
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टीएमसी नेता अनुब्रत मंडल कई बार पहले भी विवादित बयान दे चुके हैं. टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी पर चुनाव आयोग के 24 घंटे के बैन को लेकर भी अनुब्रत मंडल ने विवादित बयान दिया था. उस वक्त अनुब्रत मंडल ने कहा था कि ‘चुनाव आयोग अंधा धृतराष्ट्र बन गया है. बीजेपी का राहुल सिन्हा और दिलीप घोष विवादित बयान देता है तो चुनाव आयोग अपनी आंख मूंद लेता है. लेकिन, टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी के सामाजिक एकजुटता वाले बयान पर कार्रवाई कर देता है. मैंने कई चुनाव देखे हैं. लेकिन, ऐसा चुनाव आयोग और आयुक्त कभी नहीं देखा है.’