बंगाल विधानसभा चुनाव में खड़गपुर सदर सीट पर सबकी नजर इस बार है. खड़गपुर को मिनी इंडिया भी कहा जाता है. उपचुनाव में खड़गुपर सदर सीट पर हार चुकी बीजेपी इसे वापस पाने लिए पूरी जोर लगा दी है. बताया जा रहा है कि पार्टी यहां पर पीएम मोदी की रैली और अमित शाह की जनसभा भी करा सकती है.
ज्ञान सिंह सोहनपाल इस क्षेत्र से लगभग 42 वर्षों तक विधायक रहे हैं. स्वर्गीय सिंह वर्ष 1969 से 1977 व 1982 से 2016 तक खड़गपुर सदर के विधायक रहे. 2016 में भाजपा के दिलीप घोष ने उन्हें यहां हराया था. इसके बाद, 2019 के लोकसभा चुनाव में पश्चिम मेदिनीपुर इलाके से भाजपा ने श्री घोष को अपना प्रत्याशी बनाया. इस चुनाव में पश्चिम बंगाल में चले भगवा लहर में दिलीप घोष संसद पहुंच गये. क्षेत्र का विधायक सांसद बन गया, तो यहां विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव हुआ, जिसमें तृणमूल के प्रदीप सरकार ने भाजपा के उम्मीदवार प्रेम चंद्र झा को हरा कर यह सीट भाजपा से छीन ली.
इस बार भाजपा ने खड़गपुर सदर से टॉलीवुड स्टार हिरणमय चट्टोपाध्याय को अपना प्रत्याशी घोषित किया है. वहीं, तृणमूल ने निवर्तमान विधायक प्रदीप सरकार पर ही भरोसा जताया है. जबकि संयुक्त मोर्चा ने यहां से कांग्रेस की उम्मीदवार रीता शर्मा को मैदान में उतारा है, जो शहर के वार्ड नंबर 14 की पार्षद भी हैं.
उल्लेखनीय है कि खड़गपुर सदर सीट के लिए एक अप्रैल को मतदान होना है. अगर खड़गपुर सदर क्षेत्र की बात करें, तो लोग इसे ‘मिनी इंडिया’ भी कहते हैं. कहते हैं कि यहां देश का शायद ही ऐसा कोई प्रांत होगा, जहां के लोग अच्छी-खासी तादाद में यहां की मिट्टी में रचे-बसे ना हों. यहां ओड़िया, तेलगु, तमिल, गुजराती, पंजाबी, मारवाड़ी, जैन, मराठी, मुस्लिम, सिख, इसाई, आदिवासी के अलावा बड़ी तादाद में पूर्वांचल के लोग मिल कर रहते हैं. इनके तीज-त्योहारों के दौरान यहां सांस्कृतिक विविधता में एकता की झलक दिखायी देती है. भाषा व सांस्कृतिक विविधताओं की वजह से ही इस शहर को ‘मिनी इंडिया’ के नाम से भी पुकारा जाता है.
पीएम मोदी और अमित शाह की रैली- बताया जा रहा है कि इस सीट पर जीत दर्ज करने के लिए बीजेपी पीएम मोदी और अमित शाह की रैली करा सकती है. वहीं एक्टर हीरेन लगातार डोर टू डोर कैंपेन कर रहे हैं.
Posted By : Avinish kumar mishra