आसनसोल: जिला के नौ विधानसभा क्षेत्रों के लिए तैनात छह जनरल, दो पुलिस व दो एक्सपेंडिचर ऑब्जर्वरों की टीम ने आसनसोल सर्किट हाउस में पुलिस कमिश्नरेट और जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ चुनाव तैयारियों की समीक्षा की. जिला निर्वाचन अधिकारी (डीइओ) सह जिला शासक पूर्णेंदु कुमार मांझी और पुलिस आयुक्त सुकेश कुमार जैन ने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन (पीपीपी) के जरिये चुनावी तैयारियों की जानकारी दी.
इस पर पर्यवेक्षकों ने संतोष जताया. सरकारी व निजी संपत्ति पर चुनाव प्रचार होने की सूरत में जिला प्रशासन को तत्काल कार्रवाई का निर्देश है. बैठक में पांडवेश्वर व रानीगंज विधानसभा क्षेत्र के सामान्य पर्यवेक्षक महाराष्ट्र कैडर के 2009 बैच के आइएएस अधिकारी अशोक एन करंजकार, दुर्गापुर-पूर्व और दुर्गापुर-पश्चिम के सामान्य पर्यवेक्षक महाराष्ट्र कैडर के 2009 बैच के आइएएस अप्पासो बलप्पा धुलाज, जामुड़िया के सामान्य पर्यवेक्षक मध्य प्रदेश कैडर के 2010 बैच के आईएएस अधिकारी छोटे सिंह, आसनसोल-दक्षिण के सामान्य पर्यवेक्षक गुजरात कैडर के 2000 बैच के आईएएस अधिकारी एम थेन्नराशन, आसनसोल-उत्तर के सामान्य पर्यवेक्षक महाराष्ट्र कैडर के 2012 बैच के आइएएस शांतनु गोयल, कुल्टी के सामान्य पर्यवेक्षक मध्य प्रदेश कैडर के 2012 बैच के आइएएस अधिकारी तरुण भटनागर शामिल थे.
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इनके अलावा पांडवेश्वर, दुर्गापुर-पूर्व, दुर्गापुर-पश्चिम व रानीगंज इन चार सीटों के लिए पुलिस पर्यवेक्षक आंध्र प्रदेश कैडर 1995 बैच के आइपीएस अधिकारी राजीव कुमार मीणा, जामुड़िया, आसनसोल-दक्षिण, आसनसोल-उत्तर, कुल्टी और बाराबनी – इन पांच सीटों के पुलिस पर्यवेक्षक यूपी कैडर के 1990 बैच के आइपीएस अधिकारी सुभाष चंद्रा, आसनसोल सदर महकमा अंतर्गत पांच सीटों के व्यय पर्यवेक्षक यधीष्ट कुमार और दुर्गापुर महकमा अंतर्गत चार सीटों के व्यय पर्यवेक्षक दीपिका सिंह, जिले के सभी चार अतिरिक्त जिलाशासक, पांच पुलिस उपायुक्त, नौ सीटों के निर्वाचन अधिकारी (आरओ), आठ प्रखंड के बीडीओ व चुनाव कार्य से जुड़े सभी डिप्टी मजिस्ट्रेट और अन्य अधिकारी उपस्थिति थे.
बैठक में बूथों की स्थिति, सुरक्षा इंतजाम, नाका चेकिंग, सीएपीएफ की तैनाती, पोलिंग मैनेजमेंट, सुविधा एप, 1950 हेल्पलाइन, सीविजिल एप, वेयर हाउस, डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर एंड रिसीविंग सेंटर (डीसीआरसी), संवेदनशील व अति संवेदनशील बूथ, क्विक रेस्पॉन्स टीम (क्यूआरटी), हाइ रेडियो फ्लाइंग स्क्वाड (एचआरएफएस), रेडियो ट्रांसमीटर (आरटी) वाहनों की तैनाती आदि से जुड़े बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा हुई. उक्त 10 पर्यवेक्षकों में से सामान्य छह पर्यवेक्षकों की जिले में तैनाती चुनाव के दिन यानी 26 अप्रैल तक, दो पुलिस पर्यवेक्षकों की तैनाती दो मई को मतगणना के दिन तक और दोनों व्यय पर्यवेक्षकों की तैनाती मतगणना के बाद भी रहेगी.
Posted By: Aditi Singh