बांग्लादेश से सटी 12 सीटों पर सातवें चरण में हो रहा मतदान, 9 सीटों पर लेफ्ट-कांग्रेस गठबंधन का है कब्जा

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के 7वें चरण में बांग्लादेश से सटी एक दर्जन सीटों पर सोमवार (26 अप्रैल, 2021) को मतदान होगा. पड़ोसी देश की सीमा से सटी जिन एक दर्जन विधानसभा सीटों पर वोटिंग होगी, उनमें से 9 सीटों पर कांग्रेस और लेफ्ट का कब्जा है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 26, 2021 1:52 AM

कोलकाता : पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के 7वें चरण में बांग्लादेश से सटी एक दर्जन सीटों पर सोमवार (26 अप्रैल, 2021) को मतदान होगा. पड़ोसी देश की सीमा से सटी जिन एक दर्जन विधानसभा सीटों पर वोटिंग होगी, उनमें से 9 सीटों पर कांग्रेस और लेफ्ट का कब्जा है.

बांग्लादेश की सीमा से सटे ये सभी 12 विधानसभा क्षेत्र दक्षिण दिनाजपुर, मुर्शिदाबाद और मालदा जिला में हैं. मुर्शिदाबाद की 11 में से 6, दक्षिण दिनाजपुर की 6 में से 5 विधानसभा क्षेत्र ऐसे हैं, जो पड़ोसी देश की सीमा से सटी हैं. मालदा जिला की एकमात्र विधानसभा क्षेत्र हबीबपुर (एसटी) बांग्लादेश की सीमा से लगता है.

दक्षिण दिनाजपुर की कुसमांडी (एससी), कुमारगंज, बालूरघाट, तपन (एसटी) और गंगारामपुर (एससी) विधानसभा क्षेत्र पड़ोसी देश की सीमा से सटे हैं, तो मालदा जिला की हबीबपुर (एसटी) और रतुआ विधानसभा सीट. मुर्शिदाबाद जिला की सुती, शमशेरगंज, रघुनाथगंज, लालगोला, भगवानगोला, रानीनगर विधानसभा सीट भी पड़ोसी देश से सटती है. इनमें शमशेरगंज में एक उम्मीदवार की मौत की वजह से चुनाव नहीं हो रहे हैं.

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दक्षिण दिनाजपुर की 5 में से 3 सीट पर कांग्रेस-लेफ्ट गठबंधन को पिछली बार जीत मिली थी. कुसमांडी (एससी) और बालूरघाट विधानसभा सीटों पर वाममोर्चा के घटक दल रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (आरएसपी) के उम्मीदवार ने जीत दर्ज की थी. गंगारामपुर (एससी) सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार निर्वाचित हुए थे.

दक्षिण दिनाजपुर की कुमारगंज और तपन (एसटी) दो ऐसी विधानसभा सीटें थीं, जहां ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस को जीत मिली थी. बांग्लादेश की सीमा से सटे मालदा जिला की की एकमात्र विधानसभा सीट हबीबपुर (एसटी) में माकपा के उम्मीदवार ने जीत दर्ज की थी.

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बांग्लादेश सीमा से सटी मुर्शिदाबाद की 6 में से जिन 5 सीटों पर चुनाव कराये जा रहे हैं, सभी सीटों पर पिछली बार कांग्रेस और वामपंथी पार्टियों के उम्मीदवार जीते थे. जिस शमशेरगंज विधानसभा सीट पर वोटिंग नहीं हो रही है, वहां तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार ने वर्ष 2016 के विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी.

बांग्लादेश सीमा से सटी माभ 3 सीट पर जीती थी तृणमूल

इस तरह पड़ोसी देश की सीमा से सटी 12 सीटों में से मात्र 3 सीट पर तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार जीते थे. ये जो 12 विधानसभा सीटें हैं, उनमें से दो तपन और हबीबपुर अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए और दो सीटें गंगारामपुर और कुसमांडी अनुसूचित जाति (एससी) के लिए आरक्षित हैं.

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आठ चरणों में हो रहे बंगाल चुनाव 2021 के सातवें चरण में 5 जिलों की जिन 34 विधानसभा सीटों पर वोटिंग हो रही है, उनमें से 6 सीटें अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं. अनुसूचित जाति के लिए 4 सीटें आरक्षित हैं, जबकि अनुसूचित जनजाति के लिए 2 सीटें आरक्षित हैं.


5 जिलों की 34 विधानसभा सीट पर मतदान

ज्ञात हो कि सातवें चरण में मालदा जिले की 6, मुर्शिदाबाद जिला की 9, पश्चिमी बर्दवान की सभी 9, दक्षिण दिनाजपुर की सभी 6 और दक्षिण कोलकाता की सभी 4 विधानसभा सीटों पर सोमवार को मतदान कराया जा रहा है. अंतिम चरण की वोटिंग 29 अप्रैल को होगी और 292 सीटों की मतगणना 2 मई को करायी जायेगी.

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Posted By : Mithilesh Jha

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