Bengal News: दुर्गापुर में कोरोना मरीजों के लिए नहीं मिल रहे बेड, डॉक्टरों पर हो रहे हमले
Bengal News In Hindi: कोविड मरीजों को बेड की कमी के कारण दाखिला नहीं किए जाने पर मरीज के परिजनों ने अस्पताल में तोड़फोड़ मचाते हुए करीब आधा दर्जन से अधिक चिकित्सकों पर हमला कर जख्मी कर दिया. इसे लेकर अस्पताल के कर्मियों के बीच भय और आतंक व्याप्त हो गया है. गुस्साए चिकित्सा कर्मियों ने कार्य ठप कर सुरक्षा की मांग को लेकर अस्पताल के समीप प्रदर्शन करने लगे. प्रशासन को चिकित्सकों की सुरक्षा की व्यवस्था करनी चाहिए, अन्यथा अस्पताल में चिकित्सा सेवा देना मुश्किल हो जाएगा.
दुर्गापुर: दुर्गापुर के शोभापुर ग्राम संलग्न आइक्यू सिटी अस्पताल में मरीजों की बढ़ती संख्या को लेकर हिंसक घटनाएं घट रही हैं. पिछले तीन दिनों से अस्पताल में कोविड मरीजों को बेड की कमी के कारण दाखिला नहीं किए जाने पर मरीज के परिजनों ने अस्पताल में तोड़फोड़ मचाते हुए करीब आधा दर्जन से अधिक चिकित्सकों पर हमला कर जख्मी कर दिया. इसे लेकर अस्पताल के कर्मियों के बीच भय और आतंक व्याप्त हो गया है. गुस्साए चिकित्सा कर्मियों ने कार्य ठप कर सुरक्षा की मांग को लेकर अस्पताल के समीप प्रदर्शन करने लगे.
वहीं अस्पताल प्रबंधन की ओर से बिगड़ती स्थिति को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन के विभिन्न विभागीय अधिकारियों को लिखित शिकायत दर्ज करायी है. उल्लेखनीय है कि पिछले कई दिनों से अस्पताल में कोविड ग्रस्त मरीजों का भर्ती होने का सिलसिला जारी है. अस्पताल में कोविड मरीजों के इलाज के लिए 96 बेड मौजूद हैं, जो पर्याप्त नहीं है.
आरोप है कि इस्पात नगर के मरीज को दाखिला के लिए परिजन अस्पताल ले गए थे. जहां बेड उपलब्ध नहीं होने के कारण चिकित्सकों ने विवशता दर्शाते हुए दाखिला लेने से इनकार किया. जिस पर मरीज के परिजन आक्रोशित हो गए एवं अस्पताल में तोड़फोड़ एवं चिकित्सकों पर हमला कर दिया. जिससे पूरे अस्पताल परिसर में उत्तेजना फैल गयी. सूचना पाकर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रण करने का प्रयास किया. इस बारे में अस्पताल के सीईओ एचएन मिश्रा ने कहा कि अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड की संख्या बढ़ाने की जरूरत है.
लेकिन अभी तक अस्पताल में पर्याप्त बेड नहीं होने के कारण कोविड मरीजों को साधारण मरीजों के साथ रखना संभव नहीं है. लेकिन मरीज एवं मरीज के परिजन पिछले कई दिनों से अस्पताल में घुसकर अस्पताल के कर्मियों के साथ मारपीट कर रहे हैं. अभी तक करीब 100 से अधिक अस्पताल कर्मी आहत हुए हैं. प्रशासन की ओर से चिकित्सकों की सुरक्षा नहीं दिए जाने से अस्पताल के चिकित्सक आक्रोशित होकर प्रदर्शन कर रहे हैं.
फिलहाल अस्पताल में नए मरीजों के दाखिला पर रोक लगा दी गयी है. घटना को लेकर राज्य स्वास्थ्य अधिकारी, चीफ सेक्रेट्री, कमिश्नर एवं समस्त राजनीतिक प्रतिनिधियों से शिकायत दर्ज करायी है. प्रशासन को चिकित्सकों की सुरक्षा की व्यवस्था करनी चाहिए, अन्यथा अस्पताल में चिकित्सा सेवा देना मुश्किल हो जाएगा.
Posted By: Aditi Singh