Bengal News: उत्तर 24 परगना में दूषित पानी पीने से 45 वर्षीय महिला की मौत, 20 बीमार
Bengal News In Hindi: यह घटना जगदल स्थित कागाछी एक नंबर ग्राम पंचायत के कमलपुर की है. 45 वर्षीय महिला की कोलकाता के अस्पताल में इलाजे के दौरान मौत हो गयी. उन्हें पहले गोलघर अस्पताल ले जाया गया, वहां स्थिति गंभीर होती देख उन्हें कोलकाता के निजी अस्पताल में ले गये, जहां मंगलवार देर रात उनकी मौत हो गयी.
कोलकाता: उत्तर 24 परगना जिले के जगदल स्थित कागाछी एक नंबर ग्राम पंचायत के कमलपुर में प्रदूषित पानी पीने से एक महिला की मौत हो गयी और 20 लोग बीमार पड़ गये हैं. मृतका का नाम पामीला चौधरी (45) है. सभी बीमारों को गोलघर अस्पताल, बैरकपुर के बीएन बोस अस्पताल और कोलकाता के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. मृतका की बहू पूजा चौधरी ने बताया कि मंगलवार को उनकी सास को दस्त और उल्टियां शुरू हो गयीं. उन्हें पहले गोलघर अस्पताल ले जाया गया, वहां स्थिति गंभीर होती देख उन्हें कोलकाता के निजी अस्पताल में ले गये, जहां मंगलवार देर रात उनकी मौत हो गयी.
मालूम हो कि गत 16 मार्च को दक्षिण कोलकाता के भवानीपुर में शशि शेखर बोस रोड इलाके में प्रदूषित जल की शिकायत सामने आयीं थीं. इलाके में प्रदूषित जल पीकर तीन लोगों की मौत हो गयी थी और 50 लोग बीमार हुए थे. भवानीपुर के 73 और 74 नंबर वार्ड में नल का पानी पास के नाले के सीवेज से दूषित होने से लोग बीमार पड़े थे. मरनेवालों में एक पांच साल का बच्चा, 47 साल का व्यक्ति और एक महिला शामिल थी. महिला अलीपुर स्थित महिला संशोधनागार में बीमार होकर मृत हुई थी. अलीपुर महिला संशोधनागार में 13 लोग दस्त से पीड़ित हुए थे, जिसमें एक महिला की मौत हुई थी. इस खबर के बाद वहां का राजनीति का माहौल भी गरमा गया था. एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप भी लगने शुरू हो गये थे.
इधर, कागाछी एक नंबर पंचायत की प्रधान चैताली कर्मकार ने बताया कि पानी का सैम्पल जांच के लिए भेजा गया है. जांच रिपोर्ट आने के बाद ही पूरे मामले का पता चल पायेगा. उन्होंने बताया कि आखिर पानी में कुछ गड़बड़ी है या नहीं. यह जांच के बाद ही पता चल पायेगा. जहां घटना हुई है, उस इलाके का दौरा किया था. जहां कुछ पाइप लीक देखने के बाद ही तुरंत काम करवाकर ठीक किया था. लेकिन लोग कैसे बीमार हुए है. यह जांच के बाद ही पता चल पायेगा. घटना बेहद दर्दनाक है. मैं बीमार लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं. इस इलाके में इस तरह की घटना पहली बार सामने आयी है. अगर पानी में समस्या पायी जायेगी तो मैं आशा करती हूं कि इस समस्या को जल्द से जल्द सुलझा लिया जायेगा.
वहां के स्थानीय निवासी प्रतिमा चौधरी सरकार ने आरोप लगाया है कि उनकी मां भी प्रदूषित पानी पीने से बीमार पड़ गयीं. स्थानीय लोगों ने बताया कि 2011 के पहले पानी के पाइप की सफाई हुई थी. इसके बाद एक भी बार पाइप की साफ-सफाई नहीं की गयी है. कई जगहों पर पाइप टूटे हुए हैं. पाइप फटे होने के कारण नाले का पानी इसमें प्रवेश कर जाता है, जिसे पीने से लोग बीमार पड़ रहे हैं. लोगों का कहना है कि ग्राम पंचायत पानी सप्लाई देने के लिए लोगों से प्रति माह 65 रुपये टैक्स वसूलती है, लेकिन प्रदूषित पानी पीने को हम मजबूर हैं.
वहां के पूर्व पंचायत सदस्य सुदीप्तो हाल्दार ने बताया कि 2011 में उनके कार्यकाल में पानी के पाइप की साफ-सफाई हुई थी. 10 वर्ष बीत गये लेकिन इस बीच एक बार भी साफ-सफाई नहीं की गयी. लोगों के बीमार होने का सिलसिला जारी है लेकिन प्रशासन की इस पर नजर नहीं है. खबर पाकर वहां के भाजपा प्रत्याशी अरिंदम भट्टाचार्य भी मौके पर पहुंचे. उन्होंने कहा कि यहां बुनियादी सुविधाएं भी लोगों नहीं मिल पा रही हैं. हम ऐसे राज्य में रह रहे हैं, जहां पीने लायक पानी की व्यवस्था नहीं है.
Posted By – Aditi Singh