ऑक्सीजन नहीं मिलने से कोरोना पॉजिटिव मरीज की मौत, 16 घंटे पड़ा रहा घर में ही शव
Bengal News In Hindi: रिपोर्ट नहीं होने के कारण उसे कई निजी अस्पतालों ने भर्ती लेने से इनकार कर दिया. दूसरे अस्पतात की चक्कर काटने के बाद संध्या को सांस लेने में परेशानी होने लगी, इसलिए चिकित्सकों की सलाह पर परिजनों ने घर में ही रख कर इलाज कराने का फैसला किया. पर उन्हें ऑक्सीजन सिलिंडर नहीं मिल रही थी. काफी दौड़-धूपे के बाद ऑक्सीजन सिलिंडर मिला, पर तब तक मरीज की मौत हो चुकी थी.
कोलकाता: कोरोना वायरस के बेकाबू होते ही बाजार के ऑक्सीजन सिलिंडर गायब होती जा रही है, तो वहीं सरकारी व निजी अस्पतालों में बेड खाली नहीं हैं. इनके अभाव में महानगर के गरफा इलाके में एक वृद्धा की मौत हुई है. मृतका का नाम संध्या पाल (77) था. वह पिछले एक सप्ताह से बीमार थी और तीन दिन पहले निगम कम्युनिटी हॉल से रैपिड एंटीजन टेस्ट करावयी. इस जांच में वह पॉजिटिव पायी गयी थी. पर मरीज व उसके परिजन रिपोर्ट की कॉपी कम्युनिटी हॉल में ही छोड़ आये थे
इधर, रिपोर्ट नहीं होने के कारण उसे कई निजी अस्पतालों ने भर्ती लेने से इनकार कर दिया. दूसरे अस्पतात की चक्कर काटने के बाद संध्या को सांस लेने में परेशानी होने लगी, इसलिए चिकित्सकों की सलाह पर परिजनों ने घर में ही रख कर इलाज कराने का फैसला किया. पर उन्हें ऑक्सीजन सिलिंडर नहीं मिल रही थी. काफी दौड़-धूपे के बाद ऑक्सीजन सिलिंडर मिला, पर तब तक मरीज की मौत हो चुकी थी. जानकारी के अनुसार मृतका के बेटे ने ऑक्सीजन की सिलिंडर को लेकर गुरुवार की रात आठ बजे घर पहुंचा.
पर उसके घर पहुंचने के पहले ही संध्या की मौत हो गयी थी. मौत की खबर पुलिस को दी गयी. इसके बाद भी शव 16 घंटे तक पड़ा रहा. शुक्रवार उपराह्व चार बजे के करीब निगमकर्मी मृतका के घर पहुंच कर शव को अपने साथ ले गये. उधर, तिलजला इलाके में भी इसी तरह की घटना घटी. यहां कॉलोनी बाजार में माया दास (57) की मौत बाद 10 घंटे तक शव पड़ा रहा. इससे पहले मरीज के परिजन स्वास्थ्य विभाग के हेल्पलाइन नंबर पर फोन किये, तो उन्हें बताया गया कि किसी अस्पताल में बेड खाली नहीं है. जब तक बेड उपलब्ध न हो जाये, तब तक मरीज को घर में रखने की सलाह दी गयी थी. इस बीच मरीज की मौत हो गयी.
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Posted By: Aditi Singh