Bengal news, Kolkata news, काेलकाता : कोलकाता नगर निगम (Kolkata Municipal Corporation) की ओर से अक्तूबर में वेवर स्कीम (Waver scheme) को लागू किया गया है. इस योजना के तहत करदाताओं (Taxpayers) को ब्याज एवं जुर्माने की राशि में छूट दी जा रही है. कर में छूट एक अक्तूबर से प्रदान की जायेगी और मई 2021 तक यह परिसेवा जारी रहेगी. लेकिन, वेवर स्कीम को लागू होने के बाद भी निगम के करदाता रुचि नहीं दिखा रहे हैं जो कोलकाता नगर निगम के लिए परेशानी की सबब बना हुआ है.
बकाया कर की वसूली के लिए निगम के प्रशासक मंडली सदस्य अतिन घोष निगम के असेसमेंट विभाग के आला अधिकारियों की साथ बैठक की. बैठक में निगम आयुक्त विनोद कुमार, विशेष आयुक्त (कर) सोमनाथ दे समेत अन्य अधिकारीगण इस बैठक में उपस्थित थे. बैठक में अतिन घोष ने कहा कि बकाया कर की वसूली नहीं होने से निगम द्वारा दी जाने वाली नागरिक परिसेवाएं प्रभावित हो सकती हैं. कर से होनेवाली आय से ही निगम अपने पूर्व कर्मचारियों के पेंशन का भी भुगतान करता है.
वहीं, कोरोना के कारण निगम का खर्च भी बढ़ गया है. ऐसे में कर वसूली न होने से निगम को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ सकता है. ऐसे में बैठक में निगम के असेसमेंट विभाग के अधिकारियों को 31 दिसंबर, 2020 तक बकाया कर रखनेवाले लोगों को उक्त योजना के तहत पंजीकृत कराये जाने का निर्देश दिया गया है, ताकि ऐसे लोग अपने कर का भुगतान करें. इस कार्य को करने के लिए अधिकारियों को यह घर-घर जाने का भी निर्देश दिया गया है. लक्ष्य को पूरा नहीं करने वाले निगम कर्मचारी व अधिकारियों को शोकॉज भी किया जा सकता है.
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निगम के सूत्रों के अनुसार, महानगर में संपत्ति कर का भुगतान करनेवालों की संख्या लगभग 6 लाख है. वेवर स्कीम को अक्तूबर महीने में कोलकाता में लागू किया गया है. इसके तहत पेनाल्टी और ब्याज में 100 प्रतिशत की छूट दी जा रही है. इसके बाद भी केवल एक लाख 70 हजार करदाता ही इस स्कीम से जुड़े हैं. बड़ी संख्या में अन्य करदाता अब तक नयी स्कीम के लिए आवेदन ही नहीं किये हैं. जानकारी के अनुसार, स्कीम के लागू होने के बाद मात्र 75 करोड़ रुपये जमा कराये गये हैं. उधर, वेवर स्कीम के तहत करदाता 31 दिसंबर तक ही पंजीकृत करा सकते हैं.
उल्लेखनीय है कि पिछले वित्त वर्ष में मार्च महीने में निगम को कर वसूली से 885 करोड़ आये थे. इस साल राशि में 9 से 10 प्रतिशत की वृद्धि होने की उम्मीद है, लेकिन कोरोना में यह संभव नहीं है. इसलिए कोलकाता नगर निगम ने वेवर स्कीम को लागू किया. निगम 3 से 4 सौ करोड़ अतिरक्ति आय का लक्ष्य रखा गया है.
Posted By : Samir Ranjan.