सिलीगुड़ी: पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के तीन विधायकों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया. सिलीगुड़ी में पुलिस ने यह कार्रवाई की. हालांकि, बाद में विधायकों को छोड़ दिया गया. इन्हें उत्तर बंगाल के सिलीगुड़ी में लॉकडाउन संबंधी नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में रविवार को हिरासत में लिया गया था.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि विधायक शंकर घोष, आनंदमय बर्मन और शिखा चट्टोपाध्याय उत्तर बंगाल में कोरोना से बढ़ते मौत के मामलों को रोकने के लिए राज्य सरकार के कदमों में कथित खामी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे. अधिकारी ने बताया कि बाद में उन्हें रिहा कर दिया गया.
विधायकों को उस वक्त हिरासत में ले लिया गया, जब वे सफदर हाशमी चौक पर धरना पर बैठे थे. विधायकों ने दावा किया कि उन्होंने प्रदर्शन के दौरान कोरोना संबंधी सभी नियमों का पालन किया तथा घटनास्थल पर कोई भीड़ एकत्रित नहीं हुई.
उन पर निशाना साधते हुए तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के वरिष्ठ नेता गौतम ने कहा कि भाजपा विधायकों ने लॉकडाउन के बीच धरना देकर क्षेत्र के लोगों के साथ ‘धोखा’ किया है. उन्होंने कहा, ‘लोगों को भाजपा नेताओं का असली चेहरा देखने दीजिए, जिन्हें जानलेवा वायरस को फैलने से रोकने की परवाह नहीं है. वे केवल संकट की स्थिति का राजनीतिकरण करने में यकीन रखते हैं.’ उन्होंने कहा कि राज्य सरकार महामारी से लड़ने के लिए हरसंभव कदम उठा रही है.
उल्लेखनीय है कि कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों में शुमार बंगाल में लगातार कोविड-19 के मामले बढ़ रहे हैं. इस महामारी से मरने वालों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है. संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए ममता बनर्जी की सरकार ने प्रदेश में 30 मई तक पूर्ण लॉकडाउन लगा दिया है. कोरोना संक्रमण से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और मुख्य सचिव आलापन बंद्योपाध्याय के भाई की मौत हो चुकी है.
Posted By: Mithilesh Jha